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________________ २०६ [जयपुर-पोलो-टीम] (आई० पी० ए० चैम्पियनशिप कप के विजेता) चैम्पियनशिप जीती है। जयपुर- टीम अमेरिका न जा सकी । अमेरिका की टीम भी संसार की सर्वश्रेष्ठ टीमों में है। उस टीम के एक खिलाड़ी विस्टन ग्येस्ट गत वर्ष भारत में जयपुर की टीम में खेले थे । उन्होंने कहा था"मेरी राय में जयपुर की टीम इस समय संसार की सर्वश्रेष्ठ टीम है ।" इस टीम के खिलाड़ियों में जयपुर-महाराज तथा रावराजा हनूतसिंह बहुत अच्छा खेलते हैं । हनूत सिंह जी तो अपने ढंग के दुनिया में एक ही खिलाड़ी हैं। भोपाल के नवाब साहब सरस्वती Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat [ भाग ३६ था । उसी समय से पोलो में भारत का नाम हुआ है 1 बीकानेर, जोधपुर, जयपुर, कश्मीर और भोपाल की पोलोटीमें श्राज विश्वविख्यात हो रही हैं। आज से वर्षों पहले जोधपुर और बीकानेर की टीमों ने योरप की बड़ी बड़ी टीमों को हराया था। जोधपुर और बीकानेर के नरेश पोलो के श्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। अभी हाल में जयपुर की टीम योरप गई थी । वहाँ वह बड़े बड़े टूर्नामेंटों में खेली । हारी कहीं भी नहीं । उसने इंग्लैंड का रेनेलीघ हरलिंघटन टूर्नामेंट जीता। यहाँ भारत में भी कई बार इंडियन [ खड़े हुए - आर० सेन गुप्त, एन० भट्टाचार्य, एच० मुकर्जी, एम० मुकर्जी, एस० चटर्जी, ए० सुकुल ।] बैठे हुए - जे० ० राय, एस० सरकार, ए० घोष, बी० भादुरी (कैप्टन) www.umaragyanbhandar.com.
SR No.035248
Book TitleSaraswati 1935 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevidutta Shukla, Shreenath Sinh
PublisherIndian Press Limited
Publication Year1935
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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