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नमो नमो निम्मलदसणस्स
बाल ब्रह्मचारी श्री नेमिनाथाय नमः पूज्य आनन्द-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर-गुरूभ्यो नम:
आगम-बृहत्-नामकाषः १
-- - - प्राकत । आळख सस्कत गजराता।नामपारचय।
-: कोष-रचयिता :आगम दीवाकर मुनि दीपरत्नसागरजी
[ M.Com. M.Ed. Ph.D. श्रुत महर्षि ]
आगम-त्रिभाषिय-विशेषनाम एवं गुजराती परिचयात्मक -कोष: (१)