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आगम आनमो नमो निम् आगम आगम
पूज्य आनंद-क्षमा ललित-सुशील सुधर्मसागर-गुरुभ्यो नमः शम्
सचूर्णिक-आगम-सुत्ताणि
आगम
आगम ४३
“उत्तराध्ययन” निर्युक्ति एवं चूर्णि:
पूज्य शासनप्रभावक आचार्य श्री हर्षसागरसूरिजी म० की प्रेरणा से श्री परम आनंद श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ, पालडी, अमदावाद
[1]
भाग
आगम
आगम आगम आगम के आगम आगम आगम आगम मूल संशोधक :- पूज्यपाद आगमोद्धारक आचार्यश्री आनंदसागरसूरीश्वरजी महाराजसाहेब आगम आगम अभिनव संकलनकर्ता :- आगम दिवाकर मुनिश्री दीपरत्नसागरजी [M.Com., M.Ed., Ph.D.. श्रुतमहर्षि
रागम