________________
आगम
नमो नमो निम्मलदंसणस्स
ॐ पूज्य आनंद - क्षमा ललित - सुशील सुधर्मसागर-गुरुभ्यो नमः
सवृत्तिक- आगम-सुत्ताणि
आगम
आगम ४१/२
“पिण्डनिर्युक्ति” मूलं एवं वृत्तिः
आगरा आज
भाग
33
~1~
आगम
श्री आ
आगम आगम आगम आगम आगम मूल संशोधक :- पूज्यपाद आगमोद्धारक आचार्यश्री आनंदसागरसूरीश्वरजी महाराजसाहेब BUSTET आगम अभिनव-संकलनकर्ता :- आगम दिवाकर मुनिश्री दीपरत्नसागरजी [M.Com., M.Ed., Ph.D., श्रुतमहर्षि]
आगम
पूज्य शासनप्रभावक आचार्य श्री हर्षसागरसूरिजी की प्रेरणा से 'वर्धमान जैन आगम मंदिर संस्था' पालिताणा
आगम
भागम