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आगम
नमो
म आगम
नमो निम्मलदंसणस्स
ॐ पूज्य आनंद- क्षमा ललित-सुशील सुधर्मसागर - गुरुभ्यो नमः
सवृत्तिक- आगम-सुत्ताणि
आगम ४१/१
“ओघनिर्युक्ति” मूलं एवं वृत्तिः
आगरा
~1~
2. भाग
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पूज्य शासनप्रभावक आचार्य श्री हर्षसागरसूरिजी की प्रेरणा से 'वर्धमान जैन आगम मंदिर संस्था' पालिताणा
आगम
आगम आगम
आगम आगम आगम आगम आगम मूल संशोधक :- पूज्यपाद आगमोद्धारक आचार्यश्री आनंदसागरसूरीश्वरजी महाराजसाहेब आगम आगम अभिनव संकलनकर्ता :- आगम दिवाकर मुनिश्री दीपरत्नसागरजी [M.Com., M.Ed., Ph.D. श्रुतमहर्षि
3110111
HH & BUITEL
राजम