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[२९] श्री संस्तारक (प्रकीर्णकसूत्रम्-६)
नमो नमो निम्मलदंसणस्स पूज्य श्रीआनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नम:
"संस्तारक" मलं एवं छाया
[मूलं एवं संस्कृतछाया]
[आद्य संपादकश्री] पूज्य आगमोद्धारक आचार्यदेव श्री आनंदसागर सूरीश्वरजी म. सा.
(किञ्चित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह) पुन: संकलनकर्ता→ मुनि दीपरत्नसागर (M.Com., M.Ed., Ph.D.,श्रुतमहर्षि)
28/07/2017, शुक्रवार, २०७३ श्रावण शुक्ल ५
'सवृत्तिक-आगम-सुत्ताणि' श्रेणि भाग-२६
मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित......आगमसूत्र-२९], प्रकीर्णकसूत्र-[६] “संस्तारक" मूलं एवं संस्कृतछाया
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