SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 509
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ भाग 01 02 03 04 05 06 07 08 09 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 सवृत्तिक- आगम- सुत्ताणि भाग १ से ४० में कहां क्या मिलेगा? इस भागमे समाविष्ट आगम के नाम और आगम-क्रम श्रुतस्कन्ध-१, अध्ययन- १,२ श्रुतस्कन्ध-१, अध्ययन- ३ से ९, श्रुतस्कन्ध- २ श्रुतस्कन्ध-१, अध्ययन- १ से १३ श्रुतस्कन्ध- १, अध्ययन १४ से १६, श्रुतस्कन्ध-२ स्थान- १४ स्थान- ५ से १० पूर्ण आगम ०१ आचार मूलं एवं वृत्ति भाग - १ आगम ०९ आचार मूलं एवं वृत्ति, भाग-२ आगम ०२ सूत्रकृत मूलं एवं वृत्ति, भाग-१ आगम ०२ सूत्रकृत मूलं एवं वृत्ति, भाग-२ आगम ०३ स्थान मूलं एवं वृत्ति, भाग -१ आगम ०३ स्थान मूलं एवं वृत्ति, भाग-२ आगम ०४ समवाय मूलं एवं वृत्ति. आगम ०५ भगवती मूलं एवं वृत्ति, आगम ०५ भगवती मूलं एवं वृत्ति, आगम ०५ भगवती मूलं एवं वृत्ति, आगम ०५ भगवती मूलं एवं वृत्ति, | आगम ०६ ज्ञाताधर्मकथा मूलं एवं वृत्ति. भाग-१ शतक- १ से ६ भाग-२ शतक- ७ से ११ भाग - ३ शतक- १२ से २० भाग-४ शतक - २१ से ४१ संपूर्ण आगम-७,८,९,१०उपासकदशा, अंतकृतदशा, अनुत्तरोपपातिकदशा, प्रश्नव्याकरण मूलं एवं वृत्ति. आगम- ११, १२, विपाक, उववाई मूलं एवं वृत्ति. आगम १३ राजप्रश्नीय मूलं एवं वृत्ति. आगम१४ जीवाजीवाभिगम भाग-१ मूलं एवं वृत्ति. [ प्रतिपत्ति ३ अतर्गत सूत्र- १ से १३८ | आगम १४ जीवाजीवाभिगम भाग - २ मूलं एवं वृत्ति. [ प्रतिपत्ति-३- अतर्गत ] सूत्र- १३९ से प्रतिपत्ती - १० संपूर्ण आगम १५ प्रज्ञापना भाग-१ मूलं एवं वृत्ति. पद- १ से ५ | आगम १५ प्रज्ञापना भाग-२ मूलं एवं वृत्ति. पद- ६ से २२ आगम १५ प्रज्ञापना भाग-३ मूलं एवं वृत्ति. पद- २३ से ३६ संपूर्ण आगम १६ सूर्यप्रज्ञप्ति मूलं एवं वृत्ति. ~ 509~ कुलपृष्ठ ३१४ ५८६ ४९८ ३९२ ५९४ ४९४ ३३८ ५९२ ५५२ ५१४ ३८४ ५२२ ५३८ ३८४ ३१४ ४८० ४८८ ४२६ ५१४ ३३६ ६१०
SR No.035010
Book TitleSavruttik Aagam Sootraani 1 Part 10 Bhagavati Mool evam Vrutti Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherVardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana
Publication Year2017
Total Pages514
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size111 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy