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________________ आगम (०५) [भाग-१०] "भगवती"-अंगसूत्र-५ (मूलं+वृत्ति:) शतक [१५], वर्ग [-], अंतर्-शतक [-], उद्देशक [-], मूलं [५५७-५५९] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित..आगमसूत्र- [०५] अंगसूत्र- [०५] "भगवती" मूलं एवं अभयदेवसूरि-रचिता वृत्ति: प्रत सूत्रांक [५५७-५५९] दीप व्याख्या-1||भिसेगेणं अभिसिंचेहिंति, से णं तत्य राया भविस्सति महया हिमवंतमहंतवनओ जाव विहरिस्सइ, तए णं || प्रज्ञप्तिः तस्स महापउमस्स रनो अन्नदा कदायि दो देवा महड्डिया जाव महेसक्खा सेणाकम्मं काहिंति, तं०-पुन्नभद्दे लकशतेअभयदेवी-18य माणिमहे य, तए ण सयदुवारे नगरे बहवे राईसरतलबरजाच महेसक्खा सेणाकर्म जाव सत्यवाह- गोशालक-. या वृत्तिः२ मा प्पभिईओ अन्नमन्नं सदावेहिंति अ० एवं बदेहिति-जम्हा णं देवाणुप्पिया! अम्हं महापउमस्स रन्नो दो देवा गतिविमलcan18/महद्विया जाव सेणाकम्मं करेंति तं०-पुनभद्दे य माणिभद्दे य, तं होउ णं देवाणुप्पिया अम्ह महापउमस्स रनो|| वाहनभव दोचंपि नामधेजे देवसेणे दे०२, तए णं तस्स महापउमस्स रन्नो दोचेऽवि नामधेजे भविस्सति देवसेणेति च सू५५९ २, तए णं तस्स देवसेणस्स रन्नो अन्नया कथाइ सेते संखतलविमलसन्निगासे चउईते हस्थिरपणे समुप्पजिस्सह, तए णं से देवसेणे राया तं सेयं संखतलविमलसन्निगासं चउतं हत्थिरयणं दूरूढे समाणे सयवारं नगरं मझमझेणं अभिक्खणं २ अतिजाहिति निवाहिति य, तएणं सयदुवारे नगरे वहवे राईसरजाव पभिईओ है। अन्नमन्नं सहावेंति अ० २ वदेहिति-जम्हा णं देवाणुप्पिया ! अम्हं देवसेणस्स रनो सेते संखतलसन्निकासे | चउईते हत्थिरयणे समुप्पन्ने, तं होज णं देवाणुप्पिया! अम्हं देवसेणस्स रन्नो तचेवि नामधेजे विमलवाहणे वि०२, तए णं तस्स देवसेणस्स रनो तच्चेवि नामधेज्जे विमलवाहणेत्ति । तए णं से विमलवाहणे राया है। अन्नया कदायि समणेहिं निग्गंथेहिं मिच्छ विप्पडिवविहिति अप्पेगतिए आउसेहिति अप्पेगतिए अवहसि-1 ॥६८८॥ हिति अप्पेबतिए निच्छोडेहिति अप्पेगतिए निन्भत्थेहिति अप्पेगतिए धंधेहिति अप्पेगतिए णिभेहिति | अनुक्रम [६५५ -६५७] गोशालक-चरित्रं ~285
SR No.035010
Book TitleSavruttik Aagam Sootraani 1 Part 10 Bhagavati Mool evam Vrutti Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherVardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana
Publication Year2017
Total Pages514
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size111 MB
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