________________
आगम आनमो
नमो नमो निम्मलदंसणस्
आगम
अपूज्य आनंद - क्षमा- ललित - सुशील-सुधर्मसागर - गुरुभ्यो नमः स्म्
सवृत्तिक- आगम-सुत्ताणि
आगम ०५
‘भगवति’ मूलं एवं वृत्ति: [१]
आगरा आगम
भाग
~1~
पूज्य शासनप्रभावक आचार्य श्री हर्षसागरसूरिजी की प्रेरणा से 'वर्धमान जैन आगम मंदिर संस्था' पालिताणा
880
आगम आगम
आगम अ आगम आगम आगम आगम मूल संशोधक :- पूज्यपाद आगमोद्धारक आचार्यश्री आनंदसागरसूरीश्वरजी महाराजसाहेब आगम दिवाकर मुनिश्री दीपरत्नसागरजी [M.Com., M.Ed., Ph.D., श्रुतमहर्षि]
आगम
अभिनव संकलनकर्ता :
आगम आरास
रागम