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पूरयपूरय कुरूस्वाहा। २) ॐ श्रीं हाँ क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।
विधि-लक्ष्मीदेवी की तसवीर के नीचे वीसा यंत्र रखकर दीप धूप पूर्वक उपरोक्त दो में से किसी एक मंत्र की प्रति दिन एक माला गिनने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। ५. पन्दरिया यंत्र
अपनी अपनी राशि के अनुसार अष्टगंध से इस यंत्र का आलेखन करने से अवश्य लाभ होता है। १) कर्क-वृश्चिक-मीन राशि
४ । ३ । २) मिथुन-तुला-कुंभ राशि
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३) वृषभ-कन्या-मकर राशि
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श्रीमुनिसुव्रत स्वामी चरित ७४ Shree Sudharmaswamrayangandar-uara, surat www.utmaragyanbhandar.com
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