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बयान-शहर-बैंगलोर.
जोलारपेठसे रैलमें सवारहोकर-पचुर-मलनुर-कुपम-गुडुपल्ली-विसानथम-कामसमुंदरम-बोरिंगपेठ-टेकल--मालुर-देवनकुंडी वाहिटफिल्ड-कृश्नराजपुरम-और-बेंगलोर छावनी होते-बेंगलोर सीटीटेशन उतरना, रैलकिराया मेलट्रेन एकरुपया दोभाने लगेगे,
म [ बथान-शहर-बंगलोर, जोलारपेठसे (८७ ) मील-और-मद्राससे (२९१) मील पश्चिमकी रुखपर बैंगलोर एक बडा शहरहै, सन ( १८९१ ) की मर्दुमशुमारीके वन बेंगलोरकी मर्दुमशुमारी मयफौजी छावनीके ( १८०३६६) मनुष्योकी थी, जैनश्वेतांवर श्रावकोकी आवादी
और मंदिर यहां बनाइवाहै, बेंगलोरशहर-दो-हिस्सोमे तकसीमहै, एक-पेठ-और-दुसराछावनी (हानी) लशकर कहलाताहै, लशकरके मुत्तस्सिल महीमुरमहाराजका एक-आलिशान महलवना हुवा-जोकि-काविल देखनेके है, और यहां एक पुराना किलाभी मौजूदहै, दरमियान पेठ-और-लशकरके कुछ दुरपर घुडदोडका मेंदान-बडालंबाचौडाहै-बाजार बहुत उमदा-और-रवकदार जिसमें हरेककिसमका-रेशमी-मूती-कपडा-मालअसवाव-जोचाहो-बखूबी मिलसकता है, बनिम्बत दुसरे शहरोके यहा तरहतरहकी वनाम्पति
और-फलफलारी इफरातसे मिल सकती है, लाकर मालिशान मकाना-और-सडके लंबीचोडीलोने, अमान-और-रुड़की तिजारत यहाँ कसरतसे हुबाकरती है, यहां-अलपुर-और-मिल्लरनामके दो-कालाव नामी है, इनदोनों के दरमियानकी जमीनमें लशकरका बाजार और- मशानात बनेहुवे है, शहांका रेशम बहुत मजबूत-और-मादा होता है,-रेशमी किनारीके मृतीकपडे यहां बडे बनाये जाते है, बंगलोरके गालीचे नामी-और-सोनाचांदीक लेस यहां लाइक तारीफके बनते है, लालबाग यहां एक काबिल देख
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