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बयान-जलगाव-पांचोरा-और-मनमाड. ( ३२३ ) मंदिर वहांपर मौजूद है, यात्रीको फुरसतहो वहांकी जियारतकों जाय, पोषदशमीके रौज हरसाल वहां-यात्रीयोंका मेला भराताहै, मंदसौरसे रैलमें सवारहोकर-थारोद-पीपलिया-मल्हारगढ-हरकियाखाल-नीमच केशरपुरा-निभाडा-और-शंभुपुरा होते चितोडगह-टेशन जाय, रैलकिराया ग्यारह आने लगेगे,-तवारिख चितो. डगढ और उसके आगेका बयान पेस्तर लिख चुके है,EF [ बयान-जलगांव-पाचोरा-और-मनमाड,-]
अब भुसावलसे मुल्के दखनकी तर्फ जानेका रास्ता बतलातेहै, देखिये ! भुसावलसें रैलमें सवार होकर-भडली टेशन होते हुवे जलगांव टेशनपर उतरना और अगर शहरमे जानेका इरादा हो-तो जाना, वरना, आगेको रवानाहोना, जलगांव अगरचे एकछोटासा शहर है, मगर रौनकदारहै, जैनश्वेतांबर श्रावकोकी आबादी और मंदिरभी यहांपर बना हुवा है, बाजार गुलजार और खुशनुमा-हरेक किसमकी चीजे यहांपर मिलसकेगी, तिजारत रुइकी यहां अछी होती है और यहांसे एक-रैलवे लाइन सुरतको गइ है, जल. गांवसे रैलमे सवार होकर-सीरसोली-महसावद-माइजी-होते पाचोरा टेशन जाना, पाचोरा एक छोटासा कस्वा है लेकिन ! काबिल देखनेके है, रुइके कलकारखाने यहांपर बनेहुवे है, और अकसर रुइकीतिजारत ज्यादहहोती है, जैनश्वेतांबर श्रावकोकेघर करीब (५०) और एक जैनश्वेतांबर मंदिर यहांपर बना हुवा है, बाजारमें हरेक किसमकी चीजे मिल सकेगी, आवहवा यहांकी अछी-औरनजदीको एक-नदी-बहती है जिससे बागवगीचे-वनास्पतिकी सरशब्जी बनी रहती है, पाचोरेसे रैलमें सवार होकर-गलना-कजगांव-बागली होते चालिसगांव टेशनपर उतरना, चालिसगांव एक छोटासा कस्बा है, मगर ब सबब रैलका जंकशन होनेके ज्यादह
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