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नवारिख-शहर-बंबइ. ( ३१ ) भींडीबाजारकीसडक जोकि-कुलाबेकों-गइहै-सबसेचौडी है, कुलाबेमेरुइकाबाजार ज्यादह-हरवख्तव्यापारीलोग आतेजातेहैं, बडीबडी आलिशानइमारतें-पासमेंसमुंदरका गहेराजल-और-तरहतरहकेजहाजदेखकर दिलखुशहोगा. बंबइशहर-इसवख्त हिंदका एकगुलजार वाग कहदो-कोइहर्जकी वातनही. तवारिखोमें पढाहोगा-बंगालऔरबंबइहाता-हिंदमें दो-गुलजारबागहै नजरकेसामने देखलो.
हरवाजारों मेवामीठाइ-पूरीकचौरी-औरगर्मध तयारमिलता है, बगी-घोडे-दाम-औरमोटार-हरजगह फिरतीदेखोगे. ट्रांममेंबेठकर जिसजगह दिलचाहो चलेजाओ. परेलसेंकुलावा-औरकुलावेसे ग्रांटरोडतक जानेसे बंबइकेबहुतसे हिस्सोंकी सैरहोसकती है, तरहतरहके रेशमी औरऊनीकपडे-सोनाचांदीजवाहिरात-बगेरामाल-असवाब-लाखहांरुपयोंका यहांपरमिलसकताहै, मगर खजाना-तरवा-ताजाचाहिये, विनातरखजानेके कुछचीज नहींमिलसकती, इग्लांड चीन-जापान-फ्रान्स-जर्मनी-रुस-इटाली-स्पेन-अमेरिका--नोर्वेस्वीडन-स्वीटझलीड-अरब-काबुल-आफ्रिका-एडन-जंजीवार-मोरसस-जिसमुल्ककीचीजचाहो यहांमिलसकती है, तरहतरहकी पुशाकपहनेहुवे मुल्कमुल्केमर्द-औरत-छोटेवडेइसकदर शौखसेचलरहे है जैसेकोइ अमीरउमरावदेखलो. उमदासे उमदाकपडा-और-गेहना यहां मिलसकताहै, वंवइकेलोग निहायत खूबसुरत-जिसनेपरवजन्ममें जिवोंपररहेमकिइहे, कतलबाजी-नहीकिइ-बह--कमालहुस्न-औरखूबसुरतरुप पाताहै, हरवख्त औरहरवाजारमें जैसीभीड-और-हजुम देखोगेकि-आदमीयोंका चलनाफिरनादुसवारहोगा. अंग्रेजलोग ज्यादहकरकेकोटमें औरकुलावेमें औरनेटीवकोट-बहारकोट-सबजगह आवादहैं, बंबइकी सफाइ उमदा-सडकेलंबीचौडी-मगरगलिये निहा
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