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सा. लद्धाभाई मणसी
गाँव वराडिया ( कच्छ ) के सा. मणप्ती हंसराजके यहाँ सं० १९४४ में मेघवाईके गर्भसे इनका जन्म हुआ। मणसीमाईके तीन लड़के हुए-१ चांपसी २ लद्धाभाई ३ जेठामाई ।
जब इनकी आयु दो बरसकी हुई तब इनके पिताका देहान्त हो गया। इनके पिता खेती करते थे । सं० १९५७ में लद्धामाई धरण गाँव गये । वहाँ इनके बड़े भाई चांपलीकी सहायतासे बारदानेका एक बरस धंधा किया। सं० १८५८ में पचास रुपये सालानासे वसननी अर्जणकी दुकान पर नौकर रहे । सं० १९५९ में १५०) रू. सालानामें वीरजी मणसीके यहाँ नौकर
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