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पे० ला० अशुद्ध
शुद्ध ४० ७-तीसरे दिनके अंतमें। चौथे दिन । ४७ १७-पाँच तो इनके । चार तो इनके। ५१ १६-क्षणमें प्रमदाका । क्षणमें प्रमादको। ५२ ४-पादोपगमन ।
पादपोपगमन। ५३ ११-आपचमें।
आपसमें । ५७ १६-वज्रषभ ।
वज्रषभ । ६६ ३-वार्षिक
वार्द्धिक । '६६ ९-४६ युग्म ।
४९ युग्म । ७१ ४-(बहेडाके जलसे) जैसे दुग्ध चावलकी भूसीके पानीसे जैसे फट जाता है।
दूध बिगड़ जाता है। ७७ २१-प्रथम पारणा।
पारणा। .८१ ७-क्षीणमो।
क्षीणमोह। ८१ १४-विषयज्ञान ।
विषयक ज्ञान । ८३ १३-आताप।
आतप । ८६ ६-चतुर्दश पूर्व और द्वादशांगी पर। गणधरोंपर । ८६ २३-प्रभुके चरणों में । प्रभुकी पाद पीठपर। ८७ ४-प्रभुका अधिष्ठायक । प्रभुके तीर्थका अधिष्ठायक । ८७ १५-समवसरण आया हुआ था। समवसरण हुआ था । .८८ ३-तपश्चाचरण ।
तपश्चरण । .८८ ३-४-इस समय उसके घाति परंतु उसके मान ।
कर्मनाश हो गये हैं परंतु मान। ८८ १५-( लाल, पीले) ( लाल ) । ९० १३-( इस लाइनमें सभी जगह ६ के अंकको ९ समझना) ९० १७-२४-पादोपगमन । पादपोपगमन। १०० २०-पुष्पको।
| पुण्यको।
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