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________________ . परिशिष्ट खंड 27 . . ----- भगवान महावीर का संक्षिप्त जीवन चरित हम पाठकों के ४. 6 सामने रख चुके । इस जीवन चरित्र को पढ़ कर - प्रत्येक निष्पक्षपात पाठक फिर चाहे वह जैन हो चाहे अजैन, भलो प्रकार समझ सकता है कि भगवान महावीर के जीवन का एक एक अङ्ग कितना महत्वपूर्ण है। उनके जीवन की एक एक घटना कितना गहन अर्थ रखती है । जो लोग जीवन के गम्भीर रहस्यों की उलझनों को सुलझाना चाहते हैं, जो लोग अपनी आत्मा का विकास करने के इच्छुक हैं, एवं जो लोग प्रकृति के अज्ञेय तत्त्वों का ज्ञान प्राप्त करने के जिज्ञासु हैं उन लोगों को अपने मंजिलेमकसूद पर पहुंचने में महावीर के जीवन से बहुत कुछ सहायता मिल सकती है। संसार के इतिहास में जिन बड़ी २ आत्माओं ने जगत्कल्याण की वेदी पर अपने सर्वस्व का बलिदान कर दिया है,जिन महान आत्माओं ने अपने प्रात्म-कल्याण के साथ साथ मनुष्य जाति के कल्याण का प्रयत्न किया है, उनमें महावीर को भी बहुत उच्च स्थान प्राप्त है । महावीर केवल अपने ही जीवन को दिव्य Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034764
Book TitleBhagwan Mahavir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraraj Bhandari
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1925
Total Pages488
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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