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दूसरा अध्याय
प्रजातन्त्र या गण राज्य यौधेय गण-मालव गण-मार्जुनायन-औदुम्बर-कुणिन्दवृष्णि-शिबि ।
पृष्ठ ३०९ से ३१७
तीसरा अध्याय
धार्मिक दशा बौद्ध धर्म की स्थिति-बौद्धों पर पुष्यमित्र का अत्याचार-पश्चिमोत्तर भारत में बौद्ध महासभा-महायान संप्रदाय की उत्पत्ति-महायान और भक्ति-मार्ग-महायान पर भगवद्गीता का प्रभाव-महायान पर विदेशियों का प्रभाव हीनयान और महायान में भेद-ब्राह्मण धर्म की स्थितिशुंग वंशी राजाओं के समय ब्राह्मण धर्म-यवन राजाओं के समय ब्राह्मण धर्म-कुषण राजाओं के समय ब्राह्मण धर्म । पृष्ठ ३१८ से ३३०
चौथा अध्याय
सामाजिक दशा सामाजिक उथल पुथल-जाति भेद-ब्राह्मणों का प्रभाव ।
पृष्ठ ३३१ से ३३३ पाँचवा अध्याय
सांपत्तिक दशा आन्ध्र राजाओं के समय दक्षिणी भारत का व्यापार-कुषण राजाओं के समय उत्तरी भारत का व्यापार।
पृष्ठ ३३४ से ३३७ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com