________________ आगम सूत्र 44, चूलिकासूत्र-१, 'नन्दीसूत्र' नमो नमो निम्मलदंसणस्स पूश्यपाश्री आनंह-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्भसागर शु३ल्यो नमः 44 नंदीसूत्र आगमसूत्र हिन्दी अनुवाद [अनुवादक एवं संपादक] आगम दीवाकर मुनि दीपरत्नसागरजी [ M.Com. M.Ed. Ph.D. श्रुत महर्षि वेब साट:- (1) www.jainelibrary.org (2) deepratnasagar.in भेटा ड्रेस:- jainmunideepratnasagar@gmail.com भोपाल 09825967397 मुनि दीपरत्नसागर कृत् (नन्दी) आगमसूत्र-हिन्दी अनुवाद" Page 28