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आगम सूत्र १६, उपांगसूत्र-५, 'सूर्यप्रज्ञप्ति'
प्राभृत/प्राभृतप्राभृत/सूत्र
प्राभृत-१४ सूत्र-११०
हे भगवन् ! चंद्र का प्रकाश कब ज्यादा होता है ? शुक्लपक्ष में ज्यादा होता है । कृष्णपक्ष से शुक्लपक्ष में ज्यादा प्रकाश होता है । कृष्णपक्ष से शुक्लपक्ष में आता हुआ चन्द्र ४४२ मुहूर्त एवं एक मुहूर्त के छयालीस बासठांश भाग प्रकाश की क्रमशः वृद्धि करता है । शुक्लपक्ष की एकम में एक भाग की, दूज को दो भाग की... यावत्... पूर्णिमा को पन्द्रह भाग की प्रकाश में वृद्धि करता है, पूर्णिमा को पूर्ण प्रकाशित होता है । ज्योत्स्ना का यह प्रमाण परित संख्यातीत बताया है । शुक्लपक्ष की अपेक्षा से कृष्णपक्ष में ज्यादा अन्धकार होता है, शुक्लपक्ष के सम्बन्ध में जो कहा है वहीं गणित यहाँ भी समझ लेना । विशेष यह कि यहाँ क्रमशः अन्धकार की वृद्धि होती है और पन्द्रहवे दिन में अमावास्या के दिन संपूर्ण अन्धकार हो जाता है।
प्राभृत-१४-का मुनि दीपरत्नसागर कृत् हिन्दी अनुवाद पूर्ण
मुनि दीपरत्नसागर कृत् " (सूर्यप्रज्ञप्ति) आगमसूत्र-हिन्द-अनुवाद"
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