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नमो नमो निम्मलदंसणस्स
बाल ब्रह्मचारी श्री नेमिनाथाय नमः
पूज्य आनन्द- क्षमा-ललित-सुशील सुधर्मसागर - गुरुभ्यो नमः
आगम-४
समवाय आगमसूत्र हिन्दी अनुवाद
अनुवादक एवं सम्पादक
आगम दीवाकर मुनि दीपरत्नसागरजी
[ M.Com. M.Ed. Ph.D. श्रुत महर्षि ]
'आगम हिन्दी अनुवाद-श्रेणी पुष्प- ४