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स्थभत्तियस्स भिक्खुस्स अयं ऐवइए विसेसे-जं से पाओनिक्खम्म पुज्वामेव वियडगं भोचा पेचा पडिग्गहगं संलिहिया संपमज्जिया, से य संथरिज्जा कप्पइ से तदिवसं तेणेव भत्तद्वेणं पज्जोसवित्तए, से य नो संथरिज्जा एवं से कप्पइ दोच्चं पि गाहावइकुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्तए वा पविसित्तए वा ॥२४१॥ वासावासं पज्जोसविट्ठभत्तियस्स भिक्खुस्स कपंति दो गोयरकाला गाहावइकुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्तए वा पविसित्तए वा ॥२४२॥ वासावासं पज्जोसवि० अट्ठमभत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पति तओ गोयरकाला गाहावइकुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्तए वा पविसित्त ए वा ॥२४३॥ वासावासं पज्जोसवि० विकिट्ठभत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति सव्वे वि गोयरकाला गाहावइकुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्तए वा पविसित्तए वा॥ २४४॥
____ वासावासं पज्जोसवि० निचभत्तियस्स भिक्खुस्त कप्पति सम्बाई पाणगाई पडिगाहित्तए ।। २४५॥ वासावासं पज्जोस० चउत्थमतियस्स भिक्खुस्स कप्पंति तओ पाणागाइं पडिगाहेत्तए, तं जहा-उस्सेइमं संसेइमं चाउलोदगं॥२४६॥ वासावासं पज्जोसवि० छट्ठभत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति तओ पाणगाई पडिगाहेत्तए, तं जैहा-तिलोदए तुसोदए जवोदए ॥ २४७॥ वासावासं पज्जोसवि० अट्ठमभत्तियस्स भि० कप्पति तओ पाणयाइं पडिगाहित्तए, तं जहा-आयामए सोवीरए सुद्धवियडे ।। २४८॥ वासावासं पज्जोसवि० विकिट्ठभ
१पतिपछ॥ २ भत्तेणं ॥३ पाणाई॥४ उस्सेदम वा संसेमषा बाउलधोरणं वा ब- ५ जहा-तिलोवंग वा तुसो० च-छ। ब-छ जहा-चाउलोदगं वा तुसो ग॥६तुसोग चा अबोरगं बागब- ७ आयामगं वा सोधीरं वा सुषियड पा ग-ब
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