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विमलस्स णं जाव प्पहीणस्स सोलस सागरोवमाई विहकताई पन्न४ि च सेसं जहा मल्लिस्स ॥ १७८॥
वासुपुजस्स णं अरहओ जाव प्पहीणस्स छायालीसं सागरोवमाहं विइकंताई सेसं जहा मल्लिस्स ॥ १७९ ॥
सेजंसस्स णं अरहओ जाव पहीणस्स एगे सागरोवमसए विइकते पनहि च, सेसं जहा मल्लिस्स ॥ १८०॥
सीयलस्स णं जाव प्पहीणस्स एगा सागरोवमकोडी तिवासअट्टनवमासाहियवायालीसवाससहस्सेहिं उणिया विकता, एयम्मि समए वीरे निखुए, तओ वि य णं परं नव वाससयाई विइकंताई, दसमस्स य वाससयस अयं असीइमे संवच्छरे काले गच्छद ॥ १८१॥
सुविहिस्स णं अरहओ पुष्पदंतस्स काल जाव सव्वदुक्खप्पहीणस्स दस सागरोवमकोडीओ विइकंताओ, सेसं जहा सीअलस्स, तं च इमं-तिवासअद्धनवमासाहिअबायालीसवाससहस्सेहिं ऊणिआ विइकता इन्चाइ ॥ १८२॥
चंदप्पहस्स णं अरहओ जाव पहीणस्स एगं सागरोवमकोडिसंयं विइकंतं सेसं जहा सीतलस्स, तं च इमं-तिवासअद्धनवमासाहियबायालीससहस्सेहिं ऊणिगामिचाइ ॥ १८३॥
सुपासस्स णं जाव प्पहीणस्स एगे सागरोवमकोडीसहस्से विहक्कते, सेसं जहा सीयलस्स, तं च इमं-तिवासअद्धनवमासाहियबायालोससहस्सेहिं ऊणिया विइक्कंता इन्चाइ ॥ १८४॥
पउमप्पभस्स णं जाव प्पहीणस्स दससागरोवमकोडिसहस्सा विह
१ भगवी
व ॥२
चेमे स्त्र ।
चिमै ग॥
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