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गाणं जिणसंकासाणं सव्वक्सर जाव होत्या। पण्णरस सया ओहिनाणीणं, पन्नरस सया केवलनाणीणं, पन्नरस सया वेउब्बियाणं, दस सया विउलमतीणं, अट्ठ सया वाईणं, सोलस सया अणुत्तरोववाहयाणं, पन्नरस समणसया सिद्धा, तीसं अज्जियासयाई सिद्धाई ॥ १६६ ॥ अरहओ णं अरिहन्दुविहा अंतकडभूमी होत्या, त जहा-जुगंतकैडभूमी य परियायंतडभूमी य, जाव अट्ठमाओ पुरिसजुगाओ जुगंतकैडभूमी दुवासपरियाए अंतमकासी ॥ १६७ ॥
तेणं कालेणं तेणं समएणं अरिहा अरिटु० तिन्नि वाससयाई कुमारवासमझे वसित्ता, चउप्पन्नं राइंदियाई छउमत्थपरियागं पाउणित्ता, देसूणाई सत्त वाससयाई केवलिपरियागं पाउमित्ता, पडिपुन्नाई सत्त वाससयाई सामन्नपरियागं पाउणित्ता, एगं वाससहस्सं सव्वाज्यं पालइत्ता खीणे वेयणिज्जाउयनामगोते इमीसे ओसपिणीए दूसमसुसमाए समाए बहुवीहकताए जे से गिम्हाणं चउत्थे मासे अट्ठमे पक्खे आसाढसुद्धे तस्स णं आसाढसुद्धस्स अट्टमीपरखेणं उपि उज्जितसेलसिहरंसि पंचर्हि छत्तीसेहिं अणगारसएहि सद्धि मासिएणं भत्तेणं अपाणएणं वित्ताहिं नक्सतेणं जोगमुवागएणं पुष्वरत्तावरत्तकालसमयंसि नेसज्जिए कालगर जाव (० ८००) सव्वदुक्खप्पहीणे ॥ १६८॥ अरहओ पं अरिहनेमिस्स कालगयस्स जाव सव्वदुक्खापहीणस्स चउरासीइं वाससहस्साइं विइकताई, पंचासीइमस्स य वाससहस्सस्स नव वाससयाई विइकताई, दसमस्स य वाससयस्स अयं असीइमे संवच्छरे काले गच्छड् ॥ १६९ ॥
१०णाणं एवं परमाणसामिगमतेणं णायव्यं । षण्ण छ ॥ २ रस अंतेवासितथा । ३-५-कर०॥ ६०भमी, तिघास भूमी दुवालसवास - स छटीप ध। ८ हरस्स५० छ। ९०स्स धुवसेणरज्जपरिषतिए पंचासीदवाससहस्साई असीति । पासाई विडताई। मिस्स छ।
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