________________
[ ४ ] निम्नलिखित सजन स्वागत समिति के पदाधिकारी चुने गये :
बाबू सुगनचंदजी नाहर-उप-सभापति बाबू अक्षयसिंहजो डांगी-मंत्रो बाबू धनकरणजी चोरडिया-उप-मंत्री
सेठ सोभागमलजी मेहता-कोषाध्यक्ष कार्यकारिणी समिति के सदस्य :- ..
राय साहेब कृष्णलालजी बाफणा बाबू मूलचंदजी बोहरा बाबू माणकचंदजी बांठिया षाबू हरीचंदजी धाडीवाल
बाबू हमीरमलजी लूणिया
उपरोक्त निर्वाचन के साथ २ कार्यकारिणी समिति को यह अधिकार भी दिया गया कि आवश्यकतानुसार वह अपने सदस्यों की संख्या वृद्धि कर सकती है। इसके अनुसार कुछ दिनों के बाद सेठ रामलालजी लूणिया तथा बाबू दयालचंद जो जौहरी कार्यकारिणी के सदस्य बनाये गये।
पदाधिकारियों के चुनाव के बाद खांगत समिति ने उत्साह-पूर्वक अपना काय आरम्भ किया। जनता में सम्मेलन के प्रति सहानुभूति उत्पन्न करने के लिये कई विज्ञप्तियां प्रकाशित की गई और उनका लोगों पर अच्छा प्रभाव पड़ा। इनका सारांश इस प्रकार है :
विज्ञप्ति नं०१ में स्वागत समिति की उत्पत्ति तथा सम्मेलन सम्बन्धी बुलेटिन नं०१ के विषय में आई हुई प्रमुख सम्मतियों का संक्षिप्त विवरण है।
विज्ञप्तिनं०२ में स्वागत समिति द्वारा निर्धारित सम्मेलन तथा स्वागत समिति सम्बन्धी नियमावली है तथा उसके द्वारा जनता से सभापति के चुनाव के सम्बन्ध में सम्मति मांगी गई है।
विज्ञप्ति नं०३ में स्वागत समिति के द्वारा भिन्न २ स्थानों में प्रचारार्थ और प्रतिनिधि (डेलीगेट) बनाने के लिये जानेवाले डेपुटेशनों का उल्लेख है तथा जनता के सामने कई आवश्यकीय सामाजिक विषयों के प्रश्न रखे गये हैं।
विज्ञप्ति २०४ में समाज के सामने सम्मेलन में विचारार्थ कुछ आवश्यकीय विषयों का उल्लेख है और उस पर जनता का मतामत आह्वान किया गया है।
विज्ञप्ति नं०५ में स्वयंसेवकों के लिये अपील की गई है तथा उनके कर्त्तव्य के सम्बन्ध में कुछ बातें हैं।
ता० ३०-४-३२ को पांचो विज्ञप्तियां प्रकाशित कर दी गई। कार्यकर्ताओं में से राय साहेब कृष्णलालजी बाफणा विशेष उत्साह के साथ सम्मेलन की सफलता के
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com