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[लाट बासुदेवपुर एक हमारी समझ में प्रशस्ति का सांगोपांग विवेचन हो चुका । एवं इसमे कथित समी घटना पर पूर्ण रूपेण प्रकाश डाला जा चुका । हां यदि कोई बात रह गई है तो वह यह है कि वसन्तपुर का स्वातंत्र्य अपहरण के साथ ही वसन्तदेव को मारने तथा वसन्त र को लूटने वाला कौन था । इस विषय पर प्रकाश डालने वाला कोई भी साधन हमारे पास उपलब्ध नहीं है। संभव है तत्कालिन सुसलमान इतिहास के विडोलन से कुछ प्रकाश पड़े।
समाती
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