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[ लाट नन्दिपुर खण्ड ताले ददु सिन्धवादि सकलोर्वियोल उननतियं तदुर्वारा । तोल कादोल अग्रहार तिलक सागायि युद्ध कंचाया। बेल गली परीशोभे वर्शनं अदरोल द्विजभूषणं अत्रिगोबान । उज्वल कीर्नि वाजी तिलकं प्रभु माची सुध्धामरीचयोल ॥
मा महा पु ष सोवनाथायांगं अव्वाक वेगम युति ..मस्त गुण सम्पन्न गोत्र पवित्रं बुधजन मित्रं श्री मांची राज राजाध्यक्षाद वेभादोल नादे युत्तम इलद श्री राजधानी अदासुरद इषान तीर्वाद इषान्याद देसयालु श्री मचेश्वर देवारुमम आदित्यदेवारुमम विष्णुदेवरुमम प्रतिष्ठिते गेयदु श्रीमचालुक्य विक्रम वर्षाद ३ रेनेये सिध्धार्थी संवत्सराद उत्तरायण संक्रान्ति निमित्तादि म
यम नियम स्वाध्याय ध्यान धारणा मौ नानुष्ठान जप समाधि सम्पन्न र अय्य श्रीमत अनन्तशिव पण्डिार कालं करच्छी धारा पू।
___ कालु कुतिय क्षेमोजना मग एवीज कन्दरी रुवा देगुलमम मदीद कामोज श्री।
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