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विवत्त. धा० [वि+वृत्]
ઉત્પન્ન થવું विवत्तवासवसहिसमिति स्त्री० [विवक्तवासवसतिसमिति] નિર્દોષ આવાસ-વસતિની પ્રાપ્તિ આદિમાં સાવધાની
રાખવી તે विवत्ति. स्त्री० [विपत्ति]
आपत्ति, ष्ट, विनाश
विवत्तिय न० [विपत्तिक] खो' र '
विवत्ती. स्त्री० [विपत्ति ] देखो 'पर'
विवत्थ. पु० [विवस्त्र ]
એક મહાગ્રહ
विवद्ध न० [विवध्य ] વિશેષ બંધાયેલ विवद्धण न० [विवर्द्धन]
વધારવું
विवद्धणकर. त्रि० [विवर्द्धनकर ]
વૃદ્ધિ કરનાર, આબાદી કરનાર
विवद्धमाण. पु० [विवर्धमान ]
વધારતો
विवद्धि. स्त्री० [विवर्द्धि]
ઉત્તરાભાદ્રપદ નક્ષત્રનો અધિષ્ઠાતા દેવતા
विवन्न. त्रि० [विपन्न ] નષ્ટ થયેલ विवन्न. त्रि० [विवर्ण] હલકું, અંતપ્રાંત विवर. धा० [वि+वृ] ખુલ્લું કરવું, ઉઘાડવું
विवर न० [वियर ]
छिद्र, जाडो, गुडा, लोयर, खडाश विवरय. त्रि० [विवरक ]
ખુલ્લું કરનાર विवरिय त्रि० [विपरीत ]
ઊલટું
विवरीत. त्रि० [विपरीत ]
ઊલટું
विवरीय. त्रि० [विपरीत ]
आगम शब्दादि संग्रह
ઊલટું
विवरीय न० [विपरीतार्थ]
ઊલટો અર્થ
विवरीयभासय. त्रि० [विपरीतभाषक ] ઊલટું બોલનાર विवाइय न० [विपादित ] નાશ કરેલ
विवाग. पु० [विपाक]
કર્મ પરિણતિ, કર્મનું શુભ-અશુભ ફળ विवागय. पु० [विपाकक]
खोर' विवागविजय. पु० [विपाकविचय]
કર્મોના અનુભાવનો વિચાર કરવો, ધર્મધ્યાનનો ત્રીજો ભેદ
विवागसुय. न० [विपाकश्रुत] खेड (अंग) खागमसूत्र विवागसुयधर. विशे० [ विपाकश्रुतधर ] વિપાકશ્રુત નામક સૂત્રના ધારક
विवाद. पु० [विवाद ]
वाह विवाह, उघडी, डलह
विवाय. पु० [विवाद ] देखो 'पर'
विवाह. पु० [विवाह ] લગ્ન, શાદી
विवाहचूलिया. स्त्री० [विवाहचूलिका ] એક કાલિક આગમ विवाहपन्नत्ति स्त्री० [ व्याख्याप्रज्ञप्ति ] खेड (ग) खागम
विवाहपन्नत्तिधर. विशे० [ व्याख्याप्रज्ञप्तिधर ] વિવાહપન્નત્તિ સૂત્રના ધારક
विवाहित. त्रि० [ व्याहत ]
છિનવેલ, સામેથી લાવેલ
विविक्क. त्रि० [विविक्त]
स्त्री-पशु-पंडग माहिथी संसर्ग रहित,
रहित, वति, नेविध, पृथड् थयेल, निर्दोष, सुंदर, स्वच्छ, विविक्कचोरिक्क. पु० [विविक्तचोर्यक]
ચોરીથી રહિત
विविच्च. कृ० [[विविच्य ]
જુદું પાડીને, પૃથક્ કરીને विवित्त. त्रि० [विविक्त]
ठुथ्यो ‘विविक्क’
विवित्तउवगरणसाइज्जणया. स्त्री० [विविक्तउपकरणस्वदनता] निर्दोष प४रएानुं सेवन ४२ ते
मुनि दीपरत्नसागरजी रचित "आगम शब्दादि संग्रह" (प्राकृत- संस्कृत-गुजराती) -4
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