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नमो नमो निम्मलदसणस्स बाल ब्रह्मचारी श्री नेमिनाथाय नमः पूज्य आनन्द-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर-गुरूभ्यो नमः
आगम-शब्दादि-संग्रह (प्राकृत_संस्कृत_गुजराती)
[भाग-२]
डिक्षनेरी रचयिता आगम दीवाकर मुनि दीपरत्नसागरजी
[ M.Com. M.Ed. Ph.D. श्रुत महर्षि ]
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प्राशन तारी- 08/10/2019,
भागवार, तिथी- २०७५ पासो सुः १००
2000: संप :०० नभान Sloहापरत्नसागर [M.Com., M.Ed., Ph.D., श्रुतमहर्षि] Email: - jainmunideepratnasagar@gmail.com Mob Mobile: - 09825967397 Web address:- (1) www.jainelibrary.org,
(2) Deepratnasagar.in