________________
(९) जेसे सर्व नदीयोंमें (चौदा लक्ष छपन्न हजार नेड नदी) खानदी (५१२००० नदीयोंका परिवार युक्त) और सीतोंदा बदी ( ५३२००० नदीयोंके परिवार युक) विसाल परिवार
महत्ववाली प्रधान है । इसी माफीक सर्व व्रतमें ब्रह्मचर्य व्रत अनेक गुण समुहके परिवारसे महत्ववाला प्रधान है। ... 1, (१०) जेसे सर्व समुद्रोंमें अनेक जातिके रत्नकर सयंभूरमण
मुद्र महात्ववाला प्रधान है इसी माफीक सर्व व्रतोंमें ब्रह्मचार्य व्रत क्षान्त्यादि अनेक गुणोंसे महत्ववाला प्रधान है।
(११) जेसे सर्व उच ईवाला पर्वतोंमें मेरू पर्वत च्यार वनादि से महत्ववाला प्रधान है इसी माफीक सर्व व्रतोंमें ब्रह्मचार्य बत स्वद्यय ध्यानदि गुणों के परिवारकर महात्ववाला प्रधान है। . (१२) जेसे सर्व हस्तीयोंकि जातिमें एरावण जातका हस्ती दन्ताशुलॊकर प्रधान है । इसी माफीक सर्व बोंमें ब्रह्मचार्य व्रत स्थाहादरूपी दन्ताशुलकर प्रधान है। ___ (१३) जेसे चतुष्पदों में केसरोसिंह दुर दन्ता महासत्ववाला प्रधान है इसी माफीक सर्व व्रतोंमें ब्रह्मचार्य व्रत अध्वशायरूपी सुभदन्ता मोहशत्रुकों नडामूलसे नष्ट करने में महसत्ववाला प्रधान है।
(१४) जेसे भुवनपतियोंमें नागकुमार कि जातिये धरेन्द्रि कान है इसी माफीक सर्व व्रतोंमें ब्रह्मचार्य व्रत अनेक समऋद्धि कर प्रधान है। .....(१५) जेसे सुवर्णकुमार कि बातिमें वेणु देवेन्द्र प्रधान है इसी माफीक सर्व व्रतोंमें ब्रह्मचार्य व्रत प्रभाव है।