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________________ प्रश्न करना. भगवान् उत्तर देना. गौतमस्वामिका प्रश्न पुछना. भगवान् सविस्तर उत्तर देना. यह सब प्रथमाध्ययनकी माफीक अर्थात् प्रथम दिनके संग्राममें कालीकुमारका मृत्यु हुधा था और दुसरे दिन सुकालीकुमारका मृत्यु हुवा था । इति । (३) तीसरा अध्ययन-महाकालीराणीका पुत्र महाकालीकुमारका है। (४) चोथा अध्ययन-कृष्णाराणीके पुत्र कृष्णकुमारका है । (२) पांचवा अध्ययन-सुकृष्णाराणीका पुत्र सुकृष्णकुमारका है। (६) छठा अध्ययन-महाकृष्णाराणीके पुत्र महाकृष्णकुमारका है। (७) सातवां अध्ययन-वीरकृष्णाराणीके पुत्र वीरकृष्णका है। (८) आठवां अध्ययन-रामकृष्णाराणीका पुत्र रामकृष्णका है। (९) नववां अध्ययन-पद्मश्रेणकृष्णाराणीके पुत्र पद्मश्रेणकृष्णकुमारका है। (१०) दशवां अध्ययन महाश्रेण कृष्णा राणीके पुत्र महाश्रेण कृष्णका है। यह श्रेणिक राजाकी दश राणीयोंके दश पुत्र है. दशों पुत्र चेटकराजाके हाथसे दश दिनोमें मारा गया है. दशों राणीयोंने भगवानसे प्रश्न किया है. भगवानने प्रथमाध्ययनकी माफीक उत्तर दीया है. दशों कुमार चोथी नरक गये है. महाविदेहमें दशों जीव मोक्ष जावेगा. काली आदि दशों राणीयों पुत्रके निमित्त वीर वचन सुन अन्तगढ दशांगके आठवा वर्गमें दीक्षा ले तपश्चर्या कर अन्तिम केवळज्ञान प्राप्त कर मोक्ष गइ है. इति निरयावलीका सूत्रके दश अध्ययन समाप्त हुघे. नोट:-दश दिनों में दश भाइ खतम हो गये फिर उस
SR No.034234
Book TitleShighra Bodh Part 16 To 20
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherRavatmal Bhabhutmal Shah
Publication Year1922
Total Pages424
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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