________________
१०३
(१०) धनामुनिका हृदय (छाती) बीछानेकी चटाइ, पत्तेका पंखा, दुपडपंखा, तालपत्तेका पंखा माफीक यावत् पूर्ववत् ।
(११) धन्नामुनिके बाहु जेसे समलेकी फली, पहाडकी फली. अगल्थीयांकी फली इसी माफीक यावत् मंस रक्त रहित ।
(१२) धन्नामुनिका हाथ जेसे सुका छाणा, वडके पत्ते, पोलासके पत्तेके माफीक यावत् मंस रक्त रहित।
(१३) धन्नामुनिकी हस्तांगुलीयों जेसे तुवर, मुग, मठ, उडदकी तरुण फली, काठके अतापसे सुकाइके माफीक पुर्ववत् ।
(१४) धन्नामुनिकी ग्रीवा ( गरदन ) जेसे लोटाका गला, कुडाका गला, कमंडलके गला इत्यादि मंस रहित पुर्ववत् । .
(१५) धन्नामुनिके होठ जेसे सुकी जलोख, सुका श्लषम, लाखकी गोली इसी माफीक यावत्
(१६) धन्नामुनिकी जिह्वा सुका बडका पत्ता, पोलासका पत्ता, गोलरका पत्ता, सागका पत्ता यावत्
(१७) धन्नामुनिका नाक जेसे आम्रकी कातली, अंबाडीकी गुठली, बीजोरेकी कातली, हरीछेदके सुकाइ हो इस माफीक
(१८) धन्नामुनिकी आंखो (नेत्र) वीणाका छिद्र, वांसलीके छिद्र, प्रभातका तारा इसी माफीक
(१९) धन्नामुनिका कान मूलेकी छाल, खरबुमेकी छाल, कारेलाकी छाल इसी माफीक
(२०) धनामुनिका शिर ( मस्तक ) जेसे तुंबाका फल, कोलाका फल, सुका हुवा होता है इसी माफीक-- - (२१) धन्नामुनिका सर्व शरीर सुखा, भुखा, लुखा, मांस रक रहित था।