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९० संगीतरत्नाकरः
[प्रकरणम् अथ वा-गागारीरी सनी सपनीसगागा (पञ्चम) सगा मामग पाधानि धानि पमनि धनि स पनि निध निधपापमगागा मसास साम गमधगम गा गागरी सनिपनि सगापमपसगागा-इत्यालापः।
मगरिरि ससनि निससगागाग ममगगममस गसगा गममगमनि धधधनि मध ममापपधनि नीधा (पञ्चम) पा ममपा मम निधसाम ममपा मपपममा मा सां सस ससगागा-इति करणम् । १. सा नी सा गा सा गा गा गा
पिं ग ल ज टा क २. मा पा मा ला पेनि ५ तं
गा गा गा गनि ज य पा मा पम गा गा गा गा
स त तं गा गा गनि नी नी नी निस पू र्णा हु ति रि व नी पा मा पम गा गा गा गा हु त भु जि सु स मि घि
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