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विषय
पृष्ठ-संख्या | विषय पृष्ठ-संख्या ३९-विज्ञानमय कोश ............ ५३ | ५७-आत्मनिष्ठाका विधान ...... ९२ ४०-आत्माकी उपाधिसे
५८-अधिष्ठान-निरूपण ........... ९६ असंगता ....................... ५४ | ५९-समाधि-निरूपण ............ ४१-मुक्ति कैसे होगी? ........ ५५ / ६०-वैराग्य-निरूपण .......... ४२-आत्मज्ञान ही मुक्तिका ६१-ध्यान-विधि
उपाय है .................. ५५ | ६२-आत्म-दृष्टि .............. ४३-आनन्दमय कोश ............. ५८ | ६३-प्रपंचका बाध ........... ४४-आत्मस्वरूपविषयक प्रश्न .... ६० | ६४-आत्म-चिन्तनका विधान .... १११ ४५-आत्मस्वरूप-निरूपण ...... ६० | ६५-दृश्यको उपेक्षा ......... ११२ ४६-ब्रह्म और जगत्की एकता ....६३ ६६-आत्मज्ञानका फल ......... ११३ ४७-ब्रह्म-निरूपण ................. ६६ |६७-जीवन्मुक्तके लक्षण ....... ११५ ४८-महावाक्य-विचार ............ ६७ | ६८-प्रारब्ध-विचार ............. ११९ ४९-ब्रह्म-भावना ................... |६९-नानात्व-निषेध .......... १२३ ५०-वासना-त्याग .............. | ७०-आत्मानुभवका उपदेश .... १२४ ५१-अध्यास-निरास ...... | ७१-बोधोपलब्धि .......... १२७ ५२-अहंपदार्थ-निरूपण ......... ८० | ७२-उपदेशका उपसंहार ........ ५३-अहंकार-निन्दा ८१ / ७३-शिष्यकी विदाई........... १४९ ५४-क्रिया, चिन्ता और |७४-अनुबन्ध-चतुष्टय ..........
वासनाका त्याग ............. ८५ |७५-ग्रन्थ-प्रशंसा ............... १५० ५५-प्रमाद-निन्दा
८७ | ७६-भगवान् शंकराचार्य और ५६-असत्-परिहार .............. ९० | विवेक-चूडामणि ....... १५१