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में प्रकाशित हुए हैं। हम आभारी हैं 'तीर्थकर' के प्रबन्ध संपादक श्री प्रेमचन्द जैन के जिन्होने हमे इन लेखो के प्रकाशन की अनुमति देकर अनुग्रहीत किया है। हम लेखक के तो स्वभावत ऋणी हैं ही साथ ही 'जागरण' के प्रधान सपादक श्री ईश्वरचन्द्र जैन के भी हृदय से कृतज्ञ है जिन्होने इसके कलापूर्ण आकल्पन और मुद्रण मे हमे भरपूर सहयोग दिया है। हमे विश्वास है कि 'महावीर जीवन में ?' को व्यापक रूप से पढा जाएगा और यह आने वाले कल की पीढ़ियों के लिए मील का पत्थर सिद्ध होगी।
बाबूलाल पाटोदी
मंत्री