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________________ नित्य नियम पूजा [19 [सवौषधि 6] संस्नापितस्य घृतदुग्धदधीक्षवाहैः / सर्वाभिरौषधिभिरहत उज्वलाभिः / उद्वतितस्य विदधाम्यभिषेकमेला, कालेयककमरसोत्कटवारिपुरः // 25 // मन्त्र- ॐ ह्रीं ......................' इति सर्वोषधिस्नपनम् / अर्ध-उदकचन्दन..............."अर्घ निर्वपामीति स्वाहा / ( चतुःकोणकुभकलशाभिषेकः 7) इष्टमनोरथशतैरिव भव्यपुंसां, पूर्णैःसुवर्णकल शैनिखिलैर्वसाने संसार सागरविलपनहेतुसेतुमाप्लावये त्रिभुवनैकपति जिनेंद्रं / / मंत्र- ह्रीं... ............."इति चतुःकोणकुम्भकलश स्नपनम् / अर्घ-उदकचंदन .. ... ... ... ..अर्घ निर्वपामीति स्वाहा। (चन्दनलेपनम् 8) संशुरशद्धया परया विशुध्या / कपुरसम्मिश्रितचंदनेन / जिनस्य देवासुरपूजितस्य / विलेपनं चारु करोमि भक्त्या / 26 मंत्र-ॐ ह्रीं....... ....." इनि चन्दनलेपनम् करोमीति स्वाहा / अर्घ-उदकचंदन.................... अर्घ निर्वपामीति स्वाहा / (पुष्पवृष्टि 9) यस्य द्वादशयोजने सदसि सद्गंधादिभिः स्वोपमानप्यान्सुमनोगगान्सुमनसा वर्षति विश्वक् सदा / यः सिद्धिं सुमनः सुखं सुमनसां स्वं ध्यायतामावह सं देवं समनोमुखैश्च सुमनौभेदैः समभ्यचये // मन्त्र-ॐ ह्रीं सुमनःसुखप्रदाय पुष्पवृष्टि करोमि स्वाहा /
SR No.032857
Book TitleNitya Niyam Puja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Pustakalay
PublisherDigambar Jain Pustakalay
Publication Year
Total Pages258
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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