________________ 18] नित्य नियम पूजा ऋषम नाम शतमुखविस्तरिया कमलनयन कमलापति कहिया / / युगला धर्मनिवारण चरिया सुरनर निकर गंधोदक महिया / रत्न कचोल कुमारिनी भरिया जिनचरणाम्बुज पूजत हरिया / / हिम हिमांशु चंदन घनसरिया भूरि सुगंध गंध पसरयिया / अक्षत अवतवास लहरिया रोहिगिकांत किरणसम सरिया / / देखत रूचिकर अमरनि करिया पंचमुष्टि जिन आगे धरिया। सुन्दर पारिजात मोगरिया कमल बकुल पाटल कमदरिया / चरुवर दीप लेय अपछरिया जिनवर आगे उतारि उधरिया। अगर तगर धूप फलफलिया फणस रसाल मधुर रसभरिया / कसुमांजलि सांजलि समुजलिया पंडितराय अभ्रवच कलिया। त्रिभुवनकीति पदपंकज वरिया रत्नभूषणहरि महापद कहिया / / ब्रह्मकृष्ण जिनराज स्तविया जयजयकार करी मनहरिया / कभ कलशभरि जयजिनवरिया शाश्वत धर्म सदा अनुसरिया।। याति जिनचैत्यानि विद्यन्ते भुवनत्रये / तावन्ति सततं भक्त्या त्रिः परीत्य नमाम्यहम् / / / दध्याभिषेक 5) दुग्धाब्धिवीचिचयमंचितफेनराशि ___ पाण्डुत्वकांतिमवधीरयतामतीव / दनांगता जिनपतेः प्रतिमा सुधारा / सम्पद्यतां सपदि वांछितसिद्धये वः / / 24 / / मंत्र-ॐ ह्रीं............... .................." इति दधिस्नपनम् / अर्घ-उदकचन्दन....................."अर्घ निर्वपामीति स्वाहा।