________________ जैन इतिहास लेखकों का उद्देश्य 56. आ०पु० पृ० 77-78 60. ह०पु० 15/52-58 पृ० 246 61. आ०पु० 16/341-375 62. इ०हि०क्वा०भा० 1 पृ० 460 63. वही भाग 2 पृ 28 64. त्रिश०पु०च० 1/3/218 पृ० 233 65. वही 1/3/186-165-208/ पृ० 231-32 66. वही 1/3/206-212/ पृ० 232 67. वही 1/3/225-233 पृ० 234 68. वही 1/3/217-18, पृ० 233 66. प०पु० 3/306-6 70. प०पु०पृ० 106-113 71. प०पु० पृ० 68 72. जै०स्तू०ए०अ०ऐ०औ०म०प्लेट नं० 17 73. दि०आ०स०ओ०ग०पृ० 166 दि०आ०सं०औ०में पृ०३२ सन् 1630 74. दि०आ०स०औ०में पृ० 66 सन् 1630 75. जै०शि० सं० भाग 2 लेन०३ पं०५ 76. क०च० 5/1 77. त्रिश०पु०च० 1/3/216-224 पृ० 233 78. क०च० 5/1-3 76. वही 5/4-8 80. वही पृ 17 ग्रन्थपरिचय 81. वही भूमिका पृ 48 82. क०स०सा० 14/3/65-66 83. प०च० (स्वयम्भू) 6/1, 2,6,8 84. "हनुमत चरित्र 475-76 85. ए०इ०हि००पु० 261 86. योग वशिष्ठ रामायण अध्याय 15/8 87. प०चं० (वि०सू०) 5 88. गायकवाड़ ओरियन्टल सीरीज संख्या 6, बड़ौदा 1618 86. जै०शि०सं० भाग 4 ले०नं० 146 60. वही भाग 4 लेनं० 287