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________________ अस्मिन्नेव बने कृष्णः] महाभारतस्थ [अस्मिंस्तु लोके मम यानमेतत् अस्मिन्नेव वने कृष्णः 4. 41.6. अस्मिन्नेवं मतिद्वैधे 3. 11.36. अस्मिन्नेवं सूक्ष्नगावे 12.10.21". अस्मिन्ने वात्मतीथे न 12.25. 36". अस्मिन्नेवाशुभ फलाः 1438*. 1 pr. अस्मिन्पदे युध्यतां नो बधोऽपि5.20.20 अश्मिन्पर्वणि संश्रुते 2.0233. I post. अस्मिन्धार्थसखे राजन् 2. App.20.21 pr. अस्मिन्प्रतिभये कूरे 9.35.42. अस्मिन्प्रक्षो दीयतां देशवाय 13. App. 1. 13, अस्मिन्प्राणाः समापत्ताः 14.65200. अस्मिन्महामोहमये कटाहे 3. App. 32.69 pr. अस्मिन्महेन्द्र शैलेन्द्रे 3. 117. 14. अस्मिन्मार्ग विशेदयुः 3. 276. 30. अस्मिन्मुहर्ते द्रोणस्तु 7. 122*. I pr. अस्मिन्मुहू निहती पश्य हणौ 8.885* 1; 88GM. 1. अस्मिन्मुह सत्यं वा 9. 193*. +pr. अस्मिन्मुहूर्ते संपां 12. App. 29 16. 190 pr. अस्मिन्मुहूर्ते संग्राले 3. 1511. अस्मिन्मुहते ह्यसुसन्धिनाश्य 1. TI. 1. अस्मिन्यज्ञे जनार्दन 5. 1:39. 37". अस्मिन्यज्ञे भवन्तो मां 2. 2M. अस्मिन्यज्ञे भविन्यात 5. 13). 304. अस्मिन्यज्ञे महाभागाः 1. 1. 136. अस्मिन्बुद्धे तु वाय 12. 3:30. 500. अस्मिन्मुद्धे भीमसेन 5.75. 1s". अस्मिन्युद्धे वासुदेवं सहायम् 5. 47. 6:39. अस्मिन्युद्धे सुसंयत्ताः 5. 1:26. 43. अस्मिन्योगे सर्वमिदं प्रतिष्टितं 5. App.2.50. अस्मिन्रणसमुथमे 6. 23. 224. अस्मिन्रणसमूहे वै 6. 41. 14". असिन्राजकुले चेमौ 4. 18.6. अस्मिन्राजकुले जातः 12. 8.9. अभिराजर्षिवंशे हि 5.33. 15. अस्मिन्राजसमावाये 1. 180.5". अभिललोके कर्मणोऽनित्य योगात् 7.2.. अस्मिल्लोके गर्हितः स्यात्परे च 1. 71.51. अस्मिलोक तपस्ततं 5.43.5M. अस्मिललोके द्विजोत्तम 3. 199.. अस्मिलों के नराधिप 1. 197.9. अस्मिलोक निन्दितो मन्द वेताः 12. 62. 4. अस्मिलोके परत्र च 12.270. 4. 13. 114. 10. अस्मिलोके परे चैव 12.02.37,183; 151.. 13. 61.32. अस्मिलेलों के प्रमोदन्ते 14.37. 16". अस्मिल्लो के भविष्यात 4. App. ID.65 post.; App. IF. 6 post. App. 46.81 post. अभिलोके यशः प्राप्य 1. 1. 1659. अस्मिलेलो के रोक्मिणेय 13. 114,74. अश्मिलेलों के विरोचते 5.33.50. अमिलो के सदा ह्येते 13. 32. 26*. अस्मिललो. हितं यत्स्यात् 12. 316. 4. अलिन्वर्षे त्रयोदशे 4. 25. 34. अस्मिन्निधौ वर्तमाने यथावत् 5. 29.56. अस्मिन्धिन? नष्टाः स्मः 8. App. 11. 21 pr. अस्मिन्धिप्रो भविन्यति 14. App. 4. 2805A 1 post. ; 288 post. अस्मिन्धिवाहे मा ग्लासीः 1. 76. 32deg. अशिविषमदुर्गमे 4. App. 44.57 post. अमिवृक्षे किलोदाई 4. 38. 90. असिन्धेदे भविष्यति 5. 18.7% अभिनव पुरुषव्याने 2. App. 43. 88 pr. असिन्समागमे केन 2.53. 11". असिन्सरसि रम्ये वै 3. 639*. 4 pr. अगिन्सर्वं प्रतिष्ठितम् 13. 16. 36. अमिन्संग्रामे तुमुले तात भीमे 8. 20.11. अहिन्संग्रामे भीमरूपे त्वयाद्य 8. 658*.. अस्मिन्संग्रामे यदि वै दृश्यतेऽद्य 8. 47. 1:". अस्मिन्संसारमण्डले 13. App. 15.3925 post. अस्मिन्मुनीले दुर्नीते 4. App. 16. 34 pr. अस्मिन्स्थाने तपस्तप्तुं 1. 117.26. अस्मिन्हते त्वया सैन्यं 7.1. 1st अस्मिन्हते हतं मन्ये 6. 107. 15. अस्मिन्हि बहवः साधो 14.67. 184. अस्मिन्हिमवतः शृङ्गे 3. 185. 150. अस्मिन्हि लोकसंताने 12.342.". अस्मिश्च प्रलयं याति 13. 16. 36. अस्मिश्च शास्त्रे योगानां 12. 295. 44deg. अस्मिश्चार्थे पुरा गीतं 5. 12. 18. अस्मिश्चेदागते काले 5. 88.75; 133.50. 7. 161.84. अस्मिस्तीर्थे महानद्याः 9. 39.7M. अस्मिस्तु खलु संग्रामे 7. 87.474. अस्मिस्तु दिवसे पुत्रः 1. App. 48. 33 pr. अस्मिस्तु मानुषे लोके 1. 30*. 1 pr. अस्मिस्तु लोके नचिरात् 1. 113. 80. - 276 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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