________________ अस्माभिः खाण्डवप्रस्थे] श्लोकपादसूची [ अस्मिन्नेव रणोद्देशे अस्माभिः खाण्डवप्रस्थे 1.55. 236. अस्माभिः परिपृष्टश्च 14. 16. 15. अस्माभिः पापबुद्धिभिः 12.268. 1". अस्माभिः प्रीतिकार्मस्तु 5. App. 12.32 pr. अस्माभिः शोककारिते 14.15.224. अस्माभिः समनुज्ञात: 3.55.7". अस्माभिः समरे भन्नः 3.856*. 12 pr. अस्माभिः समुदाहृतम् 12. 807*. I post. अस्माभिः सहितो रणे 5.54. 220. अस्माल्लोकभयंकरात् 12. 1. 11'. अस्माल्लोकात्वरं लोकं 13. App. 3. 112 pr. अस्माल्लोकात्सरो लोकः 12. 185.7". अस्माल्लोकाइमुं लोकं 12. 175. 4. अस्माल्लोकादूर्वममुन्य चाधः 5. 40. 17. अस्माल्लोकादेवलोकं 3. 43. 11". अस्मासु च परा भक्तिः 7. 131. 81.9.29. 16. अस्मासु तव शत्रुहन् 13. 15.50. अस्मासु पतितेचत्र 1. 41. 27". अस्मासु प्रतिपद्यताम् 5. 93. 4. अस्मासु भरतर्षभ 7. 16. 124. अस्मासु वनबासि 5.78.7". अस्मासु हि विनष्टेषु 1. 221. 129. अस्मास्वत्यन्तवैरिणः 3. 299.54.4. App. 1. 1| post. अम्मास्वनपकारियु 11. 11. 19". 12.1.22d. अस्मास्वासज्य सर्वाणि 1. 45. 20. अस्मास्विह सतां वर 12. 221. 3. अस्मास्विह हि दाधेयु 1. 1:35. 120. अस्मांश्च परिभ्य ह 7. 151. Ft. अस्मांस्तथावहसता 8. 1011*. 2 pr. अस्मांम्तदनो गच्छेत 2. 20. 97. अस्मांस्तु पुनरासाय 7. 17.3712.264. अस्मांस्ते हि प्रबाधेयुः 1. 30.78. अस्मास्त्वं विप्रमोचय 1. 135. 154. अस्मिनगति विश्रुतम् 12. 29*. 1 post. अस्मिझने करे यन्ति 15. 16.20deg. अस्मिनाते निमितानि 1. 1145*. I pr. अस्मिाते महेप्यासे 1. 1275*. 1 pr. अस्मिञ्जिते जितं मन्ये 8.55.45deg. अस्मिज्ञातिसमुद्धर्षे 11. 17.5% अस्मिन् परित्यज्य 12. 149.920. अस्मिन्कर्मणि निष्पने 3. 65.30. अस्मिन्कलियुगेऽप्यस्ति 3. 188.5. अस्मिन्कार्ये द्विजश्रेष्ठाः 14.63. 120. अस्मिन्कार उपस्थिते 5. 151. 8. 15. 13. 15. अस्मिन्काले यदि ते 1. 188.8deg. अस्मिन्काले समुत्थिते 8. 19. 13. अस्मिन्काले सुतस्य ते 3.228.5". अस्मिन्किल स्वयं राजन् 3. 129. 1". अस्मिन् कुरुक्षये वृत्ते 9.28. 81. अस्मिन्कृतं तत्सरिगृह्य सर्व 5. 250*. 11. अस्मिन्क्रती यथोक्तानि 2. 30. 28"; 342*.3 pr. अस्मिन्खलु महाभागे 9. 47. 280. अमिच्छन्ति बिलयं 12.271.86. अधिगृहीते वरद 5. 128.7. असिन्देशे सुदारुणाः 12. 149. 96. अमिन्धर्मे विपलब्धे 1. 188.6%. अजिन्ध सत्यवन्तं 13. 44. 470. अस्मिन्धर्म सर्वधर्माः प्रविष्टाः 12.64.21. अस्मिन्धर्मे स्थितो राजन् 12.252*.5pr. अस्मिन्नद्य वने दग्धे 3.281. 70. अस्मिन्नन्तर्हितं कृष्ण 7.78. 120. अप्पिन्नपि महारण्ये 3. 31.10. अस्मिन्नभ्यागते काले 5. 151. 20. अस्मिन्नरण्ये नृपते 15. 26. 120. अस्मिन्नर्थश्च धर्मश्च 1.56. 164. अस्मिन्नर्थान्तर उक्त 2. 15. 4". अम्मिन्नर्ये च गाथे द्वे 12. 136. 184. अस्मिन्नर्थे च मनुना 13. App. 1.76 pr. अस्मिन्नर्थं च यौ को 12.69. 60". अस्मिन्नर्थे पुरा गीतं 12. 270. 1:3* ; 474*. 1 pr. अस्मिन्नये पुरा गीतो 10. 1. 50". अस्मिन्नथें पुराणोऽयं 9. 335*. 1 pr. असिन्नर्थे पुराभूतं 12. App. 20. 146 pr. अस्मिनये पुरावृत्तं 12. App. 20. 146 pr. अस्मिन्नर्थे बहुविधा 13. 1. 2". अतिथे सहायात्रा: 13. App. 10A. + pr. अभिन्न महाराज 12.56. 38. अस्मिन्नर्थे समुद्यते 9.62. 45. अनिवर्पितकर्माणः 12.259*. I pr. अस्मिन्न द्रुमे जातः 13.5.210. अस्मिन्निलय एव त्वं 12. 136. 1420. अजिन्ननं महारण्ये 3. 153*. 10 pr. अस्मिन्नृपभकूटेऽभूत् 3. 100.76. अस्मिन्नेव प्रकरणे 12. App. 4. 1 pr. 13. 45.7". अस्मिन्नव युगे तात 12. 236. 16". अस्मिन्नेव रणोद्देशे 14.80. 18. - 275