________________ छठी] गोरा वादल पदमणी चउपई वॉकउ गढ चीतोड' 'सकति सुरताँण' न लीजा। ऊठाईइ मुसाफ बोलि ज्यु राउ पतीजई। दंड द्रव्य न ली देस पर दल नवि३ गाहुं / नही हम" गढकी चार राउकुमरी नवि८ व्याहुं"॥ अलावदीन सुरताण कहि - "राज माहि नवि आहु९३ / राउ रतनसँन मुझकुं मिलइ", नाक- नमणि करि "बाहु९ // 275 // "कीउ उपंग सुलिताण', 'मंत्र एइ सु उपाई। मुझकु गढ दिखलाउ, आप जनमंतर भाई। हुकृत क्रम्मज जम्म, "खत्रु असुरों "घर पॉमी / "तु पूरव" पुन्य प्रमाण,६१"हुउ चित्रकोटह स्वामी। दोह काइ अछह इक आतमा, आवि जम मेलउ थय / खीसकरण-भुज-मंत्रसुं राजा-चयण तिम भय३ // 276 // चोपई॥ बोल' बंध घुसाचा सही, विचला वात' हमारी नहीं। नाकनमणि करि कोट दिखाडि, पदमिणि-हाथ मुझ जीमाडि // 20 // पदमिणि' नारि निहालण तणउ, मुझ मनि हरष अछह अति घणः। अपर न कोई मागई आथि, जीमे जाऊँ पदमिणि' हाथि // 278 // // 275 // 1 घाँको 10, बाकी D / 2 चीत्रोड BO, चीतौद D / 3 सगति BODI 4 सुलताणि B, सलतोंनि , सुलताण / / 5 लीजे DI 6 ऊठाइयइ B, उठाई D / ७ज B, 'ज 0. 'तो / ८राज D, 9 पतीजई BE, पतीजे D! 10 द्रव्य D / 11 नहुं BOD | 12 लीयु B, लीयु DI 13 नहि / / 14 हंमं / 15 को BO, 'कुं D / 16 चाओ / / 17 राजकुमरी B0, राजकुमरी D / 18 नहि BCD) 19 न्याहूँ DI 20 सुलतान B, सुलतानि , सुलतान DI 21 कहा BCD I 22 राजमहल DI 23 आहुडउं / 24 रत नसेनि D / 25 मिलई B, भिलइ०, भिलै D| 26 त नाक...B, तो नाक...c, तो नाक...DI 27 बाहुडउं BI / प्रतिमें यह पद नहीं है / BOD प्रतियों में यह पद चोपई संख्या 278 के नीचे दिया गया है। A271 / B315 / 0316 / / 342 / // 276 // 1 कहा राण सुलताण B, कहि राण सुलताण 0, कहै राँण सुलताण / / 2 वात तुम्ह ऍम कहाई B, बात तुम एम कहाई 0, बात तुम्ह कहाई / / 3 कउ BC | 4 दिखलाई B, दिखलाइ , दिखलाय / 5 आप A, आपि 0 / 6 जनमंतरि B, जनमर्मितर / 7 मा BO, मै DI ८कृत कर्म BO, ऋतकर्म / 9 अमिहर BOD / 10 जनम BCDI 11 घरि BODI . 12 पाम्यौ / , 13 तू B, तूं। 14 पूर्व , पुरब / 15 पुण्य CD, पुंन्य B / 16 प्रमाणि B, प्रमाणि / 17 हूउ A0, हूव B, हुवी D / 18 चित्रकूट 30 / 19 स्वामी 0, सांमी DI २०दोई काई एक आतमा B, दोई काई एक जीव आतमा दोई काइ जीव एक आतमा , दोय काया एक हंम आतमा / / 21 दुनिया माहि मेलउ थयउ B, दुनियाँ माहि मेलो थयो , दुनिया माहि मेलौ भयो DI २२...मुझ-मंत्र सुणि Bo, खेम करण मुझ मंत्र सुणि D / 23 राजि वयण तबमानीय B, राजि वयण तब मानीयो०, राज-बयण तब माँनीयौ / ॥२७॥१ौल DI 2 B, यो, देउ D, धौ / 3 विचलि , बिचलै , विचले।।४बात। 5 हमारी BO| 6 नाँकि / 7 कोटि / 8 दिखालि Bo, दिखाउ / / ९पदमणि D, पदमिन / / 10 हाथइ B, हाथि , हाथै DB | 11 मुझह DB | 12 जीमाड। ॥२४॥१पदमिन, पदमणि / 2 तणो 0, तणौ DI 3 हरषि हर्ष D / 4 मछ I ५षणो Bषणी D| 6 काइOD। 7 माँगे D| 8 खाणा BOD, खाँणा।। 9 खरदम BG सुरम खुस है। प्रतिमें यह पद यहीं है। ..