________________ कवि हेमरतन कुत मुंक' महिपाका परधान', इम' कहवाड' दिउ हम मॉन। वेडी माहि खवाडउ खाँण', देठि" दिखाडउ तुम्ह अहिठाण२ // 270 // पदमिणि' हाथई जीमण तणी, मुझ 'मनि खंतिअछइ अति घणी / अवर न काई मागइ साहि', 'अलप सेनसुं" आवइ माहि // 271 // एक वार' देखी पदमिणी', साहि सिधावइ' ढीली' भणी। ऍम कही मुंक्या परधान, रतनसँन पूछया दे मॉन // 272 // "कहउ किम आव्य तुम्हि परधान?" तव ते बोलई-सुणि राजॉन / आलिमसाहि' कहइ छइ ऍम,- "माहो- माहि कर' हिव" प्रेम" // 273 // ॥कवित्त॥ "हमसुं साहि परठव्या', करणकुंवात भल्ली। "जइ तुम्हि मान वात, साहि वहि "जावइ डिल्ली' / "करि पदमावति दृष्टि', "फेरि चीतोड जि देखुं३।। "विग्रह कोई नवि करूं", "बाँह देइ सब ही रखें। गलि लाइ कंठि पहिराइ करि", बहुत मया आलिम करह। . "राउ रतनसेन ! सुणि बीनती", पुहर माहि" दुत्तर तरइ // 274 // // 270 // 1 मूको BOD, मेल्हो / 2 माँहि BOR, माहि DI 3 पक्का / / 4 परधान BO | 5 एम DR | 6 कहवाडो B, कहिवाडो , कहावी DB | 7 धउ B, यो G, दो D, दियौ / 8 मान BD | ९खवाडो, खवाडी D, खवावो / 10 खाण B / 11 नजरि B, नजर, निजरि , निजर / / 12 दिखाडो 0, दिखाडौ D, दिखावी छ। 13 ठाण BEI // 271 // 1 पदमणि D, पदमिन E| 2 हाथि C, हाथै D, हार्थि / / 3 जीमणि BC | 4 मंनि / / 5 खाति DE | 6 अछि 0, अछै DB | 7 काँई BE | 8 माग( B, मागै D, मागे / / १साह B0 / 10 अल्प / 11 स्यु B, 'सु 0, सेनि° D / 12 आव( B, आवे०, OT DE // 272 // 1 बार DI 2 पदमणी D / 3 साह BCE | 4 सिधावै DE | 5 दिल्ली B, दीली , डिल्ली DI 6 धणी BOD, भणी / / 7 [क्यउ B, मूक्यो , मूक्यौ D, मुक्या / / 8 परधान BCD I ९...पूछा राजान E0, रतनसेनि पूछ राजान D, मिल्या जाइ रतन राजान | A 266 / B309 / 0310 / D336 / E305 / // 27 // 1 कहु...आयो तू परधान B, कहु...आयो तू...०, कहो...आयो तू...D, कहोजी क्युं आया...। 2 तब D / 3 बोलइ BC, बोले DE | 4 चतुर BODE | 5 सुजाण BD | 6 आलमसाह Bo, आलिमसाहि D, आलिम वला E / 7 कहै / / 8 छै DE | 9 माहो-माँहि / 10 करो Bc, करौ / 11 हिवि , हिवै DI ॥२७४।१"पठान्या B,"पठावीया 0, हम...D हमहिँ पठाए साहि / 2 को DI; 3 वाताँ D, वातौँ / / 4 जे BO, जै D, जो / 5 तुम्ह BDE, म / 6 मानो , मानौ D, मानहुं / ७बात D, वाच / / ८साह BOR | ९वलि BO, बलि D, फिरि / 10 जाइAD, जावे / / 11 दिडी D | १२...दीठिE, दिखलावा पदमिनी / 13 फिरि सहगढ कउ देखें B, फिरि सहू.......०, फिरि सब गढ....D, और सब गढहि दिखावो / / १४...कोइ...करो B, ...कोह...कराँ, विग्रह को .... / 15 बाह देउ सबहि हरषु B, बाह देओ सबही हरषाँ 0, बाह दे सबही हरषु D, बाँह दे प्रीत बढावौ / / १६...कंठ....,...'लाई....,... लाय...पहिराव .........मिलहि सिरपाव दे / / 17 आलम D / 18 करई B, करै D, करहि / 19 राव रतनसेंनि...बीनती D....सुनि...। 20 माँहि 0, माहि / / 21 तरई B, तरै D, तरहि प्रतिमें यह कवित्तके नीचे दिया है।