________________ 79 दसमो] . गोरा वादल पदमिणी चउपई 'तुझ नउ आविउ सुणि परधांन', तेह प्रतई दीध' बहु.मांन / सुभट कहइ' म्हे मरस्यां सही, पिण म्हे' पदमिणि देस्यां नही // 513 // समझाया मई 'सुभट समेत, वीरभांण राजा जग-जेत। क्युं क्युं आज दवइ छइ वात', "तिणि जाणां छां मिलसी धात // 514 // पदमिणि मेल्हिउ' हुँ तुम भणी, विनय भगति वीनववा घणी। 'वली जिका होइ छइ वात, कहिस्यु आवी ते परभाति // 515 // सीख दी हिव मुझनई सही, पदमिणि पासइ जाउं वही। . जोती होसी' मुझनी वाट, करती होसी अति ऊचाट // 516 // विरह-विथा न सहइ विरहणी, काम पीड घटि चालइ घणी / तुझ संदेस सुधा-रस जिसा, पाउं तु जाइ सुणाउँ जिसा" // 517 // असपति' इणिपरि संभली', पदमिणि प्रेम-प्रकास / वयण बाणि वीयर्ड' घण', 'मनि मेल्हइ नीसास // 518 // अब वैठि रहे करि मौन मुख, कहा तुम्हारे दिल वसी। जिहि काम काज एते किये, सो क्यों न करहुं अब है खुसी / / 691 / / मैं तेरी पय-वास, मै हुँ तेरी गुण-वंदी। तुम रहिमान रहीम, में हुं त्रिय आदम गिंदी। मैं तो यह पग किया, सेज आलिम मुख माणु। नांतरि तजि हुँ प्राण, अवर नर निजरि न आणुं / अब करहुं मिहिर नान्हुँ अरज, हुकम होइ दरहाल यह / मै आइ रहुं दाजिर खडी, छोडि देहुं हिंदुवांन पह / / 692 / / BCD प्रतियों मेंपंच (दस D) दुहा नइ (नै D) बेई बेत ! मांही लिखियउ (-या D) छइ (छै D) संकेत / लिखि प पत्रि दीई (दई D) अम्ह साहि / पढि तुम्ह देखउ (देखो D) क्या हह ( है D) माहि // B561 / 0 572 | D 618 / // 513 // 1 तुम्हनउ आयउ जब... B, तुम्हनो आयो जब...c, जब आयौ आलम...D, जब भेजे आलम... / 2 प्रत D / 3 दीधो CD | 2-3 चौ पदमनि छोडै राजान | 4 कहै , मुहड कहै / / 5 अम BC, हम D, वलि E / 6 परिस्यां E / 7 आप A, देसां / // 514 // 1 मै D 2 किहुं-किहुं BCD | 3 छै DE | 4 कान E / ५...जाणीव्यु मेलसे भाति B, (तिण :) जाणुं छु विणिसै वान (बान D) DE | // 515 // 1 मेल्यउ हूं / / 2 वीनवी छई घणी / / 3 होवई छइ वात, आवी कहिस्युं ते / / // 56 // १दियौ DE | 2 पत्री पढी BODE | 3 पासै D, पदमिन पासे / 4 जाव B0, जावी DI 5 होस्यई Bc, होसै / ६माहरी DEI 7 औचाट DIA 494 / B56510 575 / ___D620 / E696 / // 517 // 1 सहै D, खमै E / 2 घडि B, अति / 3 चालै DE | 4 तुम्ह / 5 पाउं जाकर तिहां तिसा BCDE I // 518 // 1 असिपति A, असुपति / / 2 सांभली / / 3 वेध्यउ B, वेध्यो ODB | 4 घणो 03, धणी / / 5 प्रबल मेल्हई...cD, मूकै सबल...। इसके आगे BCDE प्रतियोंमेंपत्री यांची प्रेम करि (सुंE), चतुराई सुविचार / कागल (कागद E) करि मेल्हइ (मेल्हे c, मूकै ) नही, नैणा लग्गी (नयण लिगाई ) तार // 1568 / 0578 / D623 / / 199!