________________ 12. दिशा :- 'आज चारों दिशा व उपर नीचे इतने मील से बाहर नहीं जाऊंगा / ' 13. स्नान :- संपूर्ण स्नान एक या दो बार से अधिक नहीं करूंगा / ' असामान्य प्रसंग में 1-2 बार की छूट / 14. भात पानी :- जैसे कि 10 रतल (पौंड) से अधिक नहीं खाऊंगा, पीउंगा / इन 14 नियमों के साथ बाहरी उपयोग में आने वाली रंभ-समारंभ की कुछ वस्तुओ के नियम लिये जाते है / जैसे कि, आज पृथ्वीकाय में मिट्टी, साबुन, सोडा, खार अमुक प्रमाण से अधिक को उपयोग में नहीं लाऊंगा / इसी प्रकार अप्काय में 1-2-3-4 बाल्टी से अधिक पानी नहि वापरुं / अग्निकाय में आज के 1, 2 3 चूल्हों से अधिक में बनी हुई वस्तु नहीं वापरुं | वायुकाय में 1, 2, 3 झूले या पंखों से अधिक का उपयोग नहीं करूं, तथा वनस्पतिकाय में लेप आदि के लिए अथवा खाने में सब्जी, भाजी आदि अमुक प्रमाण से अधिक का उपयोग नहीं करूंगा / त्रसकाय - निरपराधी चलते फिरते जीवों को जानबूझ कर, निरपेक्ष रूप से नहीं मारुंगा / (निरपेक्ष = सामने वाले जीव की मृत्यु या अंग भंग होने की परवाह नहीं / ) ___ 'असि' में चाकू, कैंची, सुरौता, सुई आदि, 'मषी' में श्याही, दवात, चाक, कलम आदि / 'कृषि' में रंभा, कुल्हाड़ा, कुदाल पावड़ा आदि / इनमें अमुक से अधिक का उपयोग नहीं करूँगा / 21788