________________ (14) परिणाम / एनवमीकहीये विपुलमती सुननाम // ए॥ जिणलबधिप्रनावे उमीजायआकाश / ते जंघा विद्याचारणलवधिप्रकाश / जसुवचनसरापे खिणमेंखेरुथाय / ए लब्धियारमी आसीविषयकहाय // 10 // सहसूखमवादर देखे लोकालोक / ते केवललबधि बारमिये सदुथोक / गणधरपद लहिये तेरमीलबधिप्रमाण / चवदमलबधेकरी चवदेपूरबजाण // 11 // तीर्थकरपदवीपामें पनरमीलबधि / सोलमसुखदाई चक्रवर्ति पदरिधि / बलदेवतणोपदलहिये सतरमीसार। अम्हारमी आखी वासुदेव विस्तार // 1 // मिसरीघृतखीरमेट्यां जेहसवाद / एहवीलहे वाणी जगणीसमीपरसाद / नणीयो नविनूले सूत्रअरथसुविचार / ते कुष्टिकबुद्धिवीशमी लवधिविचार // 13 // एकेपदनणातां आवे पद लखकोम / इकवीशमीलबधिपायाणुसारणीजोम / एकेअरथेकरी उपजे अरथअनेक / बावीसमीकहीये बीजबुधिसुविवेक // 14 // // ढाल // 3 // कपूरहुवे अतिऊजलोरे एचाल // // सोलहदेशतणी सही रे / दाहकसगतिवखाण / तेह लबधि तेवीसमी रे / तेजोलेश्याजाण // 15 // चतुरनर सुणज्यो एसुविचार / आगमनें अधिकार / वारूलवधि विचार // चतु० // चवदहपूरवधरमुनिवरू रे / उपजंतां संदेह / रूपनवोरचिमोकलेरे / लबधिआहारकएह // चतु० // 16 // तेजोलेश्या अनिनेंरे / उपशमवाजलधार / मोटीलबधिपचवीशमीरे / शीतोलेश्याजाण / चतु० // 17 // जेणसगतिसुंविकुरवेंरे / विविधप्र. काररूप / सजुरुकहे बावीसमी रे / वे क्रियलबधिअनूप // चतु