________________ (64) करे / नावनालावे तेणदिवसे पंचकोमि गुणोफले / अनुक्रमे ते नर मुगतिपामी सिद्धिसुंदरीने मिले // 3 // चाल // दश वीशरे तीश चालीश पूजाकही / पन्नासारे श्रावक निरती सरदही / चनथरे अन्म दशम सुवालसे / पूजाफलरे अनुक्रम ए मुझमन वसें / उहालो / मनवसे पूज कपूरधूपे मासखमणफलेवली / सामन्नधूवे पक्खनोफल जेकरेमननीरली। हिवपूजाविधि जेम गुरुमुखसुणीअडे परंपरा / तेमोहमाया कपटबंमी सुणो नवियण सादरा // 4 // ढाल // तंडुलराशि विमल गिरिथापी / तसुऊपरि पट्टादिकापी / प्रतिमाआदि जिणेसरकरी / पुमरीकनी पापी निवेरी // 5 // सेव॒जगिरिने मनचिंती जे / करमतणामलदूरकरीजे / मोती तंडुलकरीयवधावो / तीन प्रदक्षिणा पूजरचावो // 6 // मंगलीकपहिलातिहां आठ / करमबंधदूरेकरिआठ / प्रतिमामूल सनात्रकरेवाजिनवरनागुणहीयमेधरेवा // 7 // ऊनाथई नवकारगुणंता / दश दश जेती तिलककरंता / माला पुष्प पुंगीफलढोवो मेरु जरण वरधूपजखेवो ॥ढाल॥शक्रस्तवपांचे देवांदे / जघन्यनां बंदण पापदे / दशे नमस्कारकरंतजेती। राखी करीदृष्टिजिनेंजसेती // ए॥ आराधिवाकीजेकाउसग्ग। जिणे कीये नाजेकर्मवग्ग / लोगस्सनजोयदसे वखाणुं / वेलाप्रमाणे अहिं एगाणुं ॥१०॥णेप्रकारे धुरपूज एह / इसीपरे बीजी च्यार तेह। दशांतएणीवृद्धि तिहां गिणी जे। एकचित्तसूधे सुनपुन्यकीजे॥११॥धजातणोरोप तिहां करीजे। एकेकपुते अथवा गिणीजे / सहुत्तरेश्रारति