________________ संबरादस्योए // 1 // दूषणटालेदीख तेहनेंएहवी शीख / वीरजिनवरकहेए / मुनिवरसरदहेए // 2 // उद्देशकश्रादि. देय / एहवापिम नलेय / कृतकमजाणियेए / साम्होत्राणियेए // 3 // लेवेन राईलत्त / न जीमे गृहिने पत्त। रायपिंकन आदरे ए / सज्यातरपरिहरेए // 4 // राखे न संनिधिराय / दानशाला नविजाय / वाय न वींजणों ए / राग नरीजणोंए // 5 // चोवाचंदनचंपेल / तन न लगामेतेल / जोवे नहिं पारशीए / तेगुरु तारसीए // 6 // खेले न पासासार / तेकिम बोलेमार / बननवि शिरधरे ए / गृहीसंगति परिहरेए // 7 // मांचांखाटपलंग / तजे चिकित्साअंग / जूतीनवि पगतलेए / जीवदयापलेए // // आदरेतीनरतन्न / मेमे तीनजतन्न / कोमकोम मोलनाए / अगनिजलअंगनाए // ए॥ मूलाआदिकंद मूल / सचित्तबीजफलफूल / तजेतिम सेलमीए / खूण धूपन वमीए // 10 // वमन विरेचनकर्म / करी नगमावे धर्म / दांतेदांतण नघसए / नलगामेमिसिए // 11 // पहिरे नहीं हीरचीर / सोनानकरेशरीर / पीठी न मंजणि ए / आंखिनांजणिए // 12 // सूत्रमेंबावनबोल / वरजे साधुअमोल / तपकिरियाकरीए / पहुचे शिवपुरीए // 13 / / नामे एखुड्डीयार / अजयपतीजोसार / अरथअनेक आए / जैतसी मनरूचेए // 14 // इतितृतीयाध्ययन सकायसंपूर्णम् // // अथ चतुर्थाध्ययन सझाय लिख्यते // महावीरनाख्योएम / सामिसुधरमाजपदिसे / जीहो मुनिवर महावीरनाख्योएम / सुणसुणजंबुतेम / चोश्रो अजयण