________________ (245) करियरे // 26 // नवमी सुविधि चव्या नगीनोरे, एकादशी, रिषनशाननीनोरे, श्रेयांश बारस जन्म लीनो, सुशानी ! कट्याएकतपकरियेरे // 27 // मुनिसुव्रतनाण बलिहारीरे,श्रेयांशतेरशदीदाधारीरे, वासुपूज्यचउदसजन्मसारीसुझानी क० // 20 // अमावस संजम लीजेरे, 'बरनाथ चव्यासुदिबीजेरे, मनि जिनचोथ लहीजे, सुझानी क० ॥२ए॥ श्राम संजव चव्या सुविहांगरे, मलि बारस निर्वाणरे, मुनिसुव्रत दीदा जाण, सुझानी क० // 30 // फागुन चौमासो सेवोरे, नाव होली करि फल लेवोरे, वासुपूज्य ज्ञानफलबेवो सुज्ञानी क० // 31 // इति फागुन मास / 'वदि चोथ पार्श्व चव्या नांगरे, पंचमि चंद्र चवन मन आणरे, श्राम रिषजजनम चरणजांण, सुशानी क० // 3 // 'तीज धवल कुंथनाथ नाणरे, अजितनाथ पंचमि निर्वाणरे, संजव अनंत सिवपुर गण, सुझानी का // 33 // सुमति नवम निर्वाणलहीजेरे, ग्यारस ज्ञान कहिजैरे, तेरसवीरजन्म ग्रहीजे, सुझानी का // 34 // चैत्री पद्मप्रनु ज्ञान मासेरे, अष्टापद भोली नासेरे, कृपाचंद सूरि सुविलासे, सुझानी क० // 35 // इति चैत्र मास // ढाल 4 // "विमलगिरि यात्रा नवाणुं करिये"-एदेशी॥ नविजन ! पूनीमपर्खने सेवो, सेवी शिवसुख लेवोरे जा / टेर / वैशाखवदि पमिवा कुंथु सिव, दूज शीतल निर्वाण / पांचम कुंथु संजमलीनो, उस शीतलचवनजांण रेज० पू०॥३६॥