________________ (20) खेवजो, जन्मोत्सवकरे सुरपतिरेलोय, मातापासे लावेसुहेजो म्हां // 61 // वृद्धिथतिणकारणेरेलोय, वर्षमान नामदीयोतेजो, अनुक्रमे दीदाबादरीरे लोय, चारित्र पाट्यो शिव बेजो, म्हां // 6 // वैशाखसुदि दशमी दिनेरेलोय, सह्यो केवलज्ञानदिणिन्दजो, लोकालोकने जाणतारे लोय, विचरेजगनाथ जिनंदजो, म्हां // 63 // अनूत्यादि गणधरूरे लो थयाएकादशगुणखाणजो चनविहसंघसुपरिवर्यारेलोय, नविकमलना बोधकजाणजो, म्हां // 6 // // कार्तिकवदि अमावसेरेलोय, प्रनुपाम्यामुगति सुखकारजो, कट्याणक उचो अयोरेलोय, जिनकृपाचन्प्रसूरि जयकारजो म्हां // 65 // कलश / शुनवरसरस 6, मुनि , निधि ए, चन् 1 (१ए७६) श्रावणसुदितेरसदिने, सुखकर जिनेसरना वखाण्या गुणगण आणंदित मने, खरतरगणेसर नविक हितकर सुरतबन्दरे गाइयो, जिनकृपाचन्मसूरि थुएयो हरखे नविकजनमननावियो // 66 // इति सत्तावीसनवनो बढालियो समाप्त // // ऋषभदेव स्वामीना तेर भवतुं स्तवन // . श्रादिजिणिन्द दिणेन्दसम, नविककमल विकसात / प्रणमुं पदपंकजसदा, सहुजगमें विख्यात // 1 // समकित पामिने प्रनु, नव तेरे जेकीध, ते सुणजो नवि इकमना, मनवांछित फल लीध // 2 // धन्नो 1, मिथुन 2, सुर 3, मह, ब्बल 4, ललितांग 5, वज्रजङ्गजाण 6, जुगल 7, सोहम प, वैद ए, अच्युत 10, चक्री 11, सब 12, जिनजाण