________________ (२२ए) 13, // 3 // नाममात्र ए नवकह्या, विस्तारथी कहुएम / सुणतांसमकितसंपजे, मनमाधरिने प्रेम // 5 // // ढाल पहेली चोपाईनी // जंबुद्धीपखेत्रपहिचान, महाविदेह पश्चिम प्रतिष्ठान, नगरे प्रियंकरराजान, धन्नो सार्थपति अनिधान, // 5 // वसंतपुरजावानेकाज, उद्घोषण करे दिनसाज, सहुनो निर्वाह होस्ये सही, आवोसाथ मनमांगहगही // 6 // धर्मघोष सूरि तिहां आवै, पंचसया मुनिवर सुहावै, सार्थपतीने धर्मलाल देश, वसंतपुरजावा अनुमति लेइ // 7 // सश्रवामोचाट्यो तिणसमे, मार्ग श्रोमो थोमो कापे गमे, टाटवीमांश्राव्या तिण काल, तेटलेप्रकव्योवर्षाकाल // // हरिततृण प्रकट्या त्यांघणा, पंकाकुल मारगजूतणा, नदीयां पर्वतथी उतरीने, मार्ग रोक्या नहिजाय तरीने // ए॥ सार्थपति पटवासके मांहि, सथवामो श्राप्यो तिण गहि, पर्वतनी गुफा फासु जाण, आचारज रह्या गुणमणिखाण // 10 // वंदी वचने गुरुसंजाल, घृतनो दानदेश् सुविसाल, समकितपाम्योरंगरसाल, वसंतपुर पहोंच्या ततकाल // 11 // सार्थपति समकित अनुसरी, तिहांथी चवि जुगलदेहधरी, त्रीजेनव सौधर्मेजाय, तिहांथी चविमहाविदेहै आय ॥१२॥पश्चिमगंधलावतीय होय, सतबल नर पति तिहांजोय, चन्जकान्ताराणीमनरळी, महाबल पुत्र थयो सुखकली॥१३॥ चोथो नव ए कहुँ चितलाय, महाबल विसयी घणो कहवाय, उदयशस्त पणजाणे नहीं, सुखमां मग्न सदातेरही // 15 // इकदिननाटक निरखेराय, सुबुधिमंत्रीगाथासं