________________ (187) यला च्यारलाखतीसऊपरे,सहससाधवियांजोयला॥३॥श्री सहससत्तावनलदनी, श्रावकसंख्याथायला० च्यारलाखवलीबैणवे, सहसश्रावकणीनायलालरे, 4 श्री०॥ मातंगयवसांतासुरी, पांचसेमुनिपरिवारला, करिअणसणमुगतैगया, नामलियांनिस्तारलालरे, श्रीसु० // 5 // नगरचंत्रपुरश्णपरे, राजातातमहसेनला, देवीमातालदमणा, सुतचंजाप्रजुवेशला०, 6, श्रीचंजापनुवंदिये / चंवरणतनुदेहलाउनचंतणोजलो। धनुषदोढसैदेहला ॥७॥श्री॥जविककमलप्रतिबोधता। सेवे. सुरनरयदला। दसलाखपूरवाजखो / तेणवेगणधरददला // 7 // श्रीचं // दोयलखसहसपचाणवे / मुनिश्रमणीतीनखहला / असीसहससंख्याकही / श्रावकवलिदोयलदखा ॥ए॥ लाखपचासऊपरवली / श्राविकाचउलधारला / सहसइकाणऊपरे / प्रनुजीनोपरिवारला० // 10 // श्रीचं० // विजयदेवनृकुटीसुरी / सहससाधुपरिवारला० / संलेखनश्कमासनी / पुहतामुक्तिमकारला० // 11 // श्रीचं // ॥दोहा॥ जयश्रीसुविधिजिनेसरू / जगपतिदीनदयाल / समेतशिखरमुगतेगया / नविजनकेप्रतिपाल // ॥ढाल 5 // - श्रीविमलाचलसिरतिलोएचाल // नयरिकाकंदीनरपति / एमपितासुग्रीव / देवीरामामातसुत / नएसुविधिशुनजीव // 1 // रजतवरणसमतनुसत।धनुषएकपरिमाण / दोयलाखपूरबकह्यो। प्रनुनोआयुसुजाण // 2 // अठ्यासीसंख्याजये / गणधरपरम